हिन्दी माह पर हुई गोष्ठी
आस्था साहित्य समिति महासमुन्द द्वारा हिन्दी मास एवं हिन्दी पखवाड़े के अंतिम अवसर पर हिन्दी के बढ़ते चरण विषय पर साहित्यकार श्रीमती राधिका सोनी के निवास स्थान पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ

महासमुंद। आस्था साहित्य समिति महासमुन्द द्वारा हिन्दी मास एवं हिन्दी पखवाड़े के अंतिम अवसर पर हिन्दी के बढ़ते चरण विषय पर साहित्यकार श्रीमती राधिका सोनी के निवास स्थान पर संगोष्ठी का आयोजन हुआ । इस अवसर पर मुख्य अतिथि नपा उपाध्यक्ष श्रीमती कौशिल्या बंसल उपस्थित थी । अध्यक्षता साहित्यकार श्रीमती एस. चंद्रसेन (प्राचार्य) ने की । विशिष्ट अतिथि के रुप में पेंशनर एसोसियेसन के प्रांतीय उपाध्यक्ष नारयाण लाल चंद्राकर उपस्थित थे ।
अध्यक्षीय उद्बोधन में साहित्यकार श्रीमती एस. चंद्रसेन हिन्दी के बढ़ते चरण पर व्याख्यान देते हुये कहा कि हमारी एकता व अखंडता में हिन्दी का अद्वितीय योगदान रहा है, हमें हिन्दी की उन्नति व विकास में सदैव कार्य करना चाहिये । उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री कवि हृदय अटल बिहारी बाजापेयी ने संयुक्त राष्ट्र संघ में पहली बार हिन्दी में भाषण देकर बता दिया था कि विश्व में हिन्दी की कितनी अहमियता है । मुख्.य अतिथि श्रीमती बंसल ने कहा कि दैनिक कामकाज में विभिन्न संस्थानों में हिन्दी अनिवार्य की जावे । जिससे आम जन मानस को असुविधा न हो । गोष्ठी की चर्चा को आगे बढ़ाते हुये साहित्यकार आनंद तिवारी पौराणिक ने कहा कि स्वाधीनता, राष्ट्रभाषा, संस्कृति और नागरिकता - ये ही किसी भौगोलिक इकाई को राष्ट्र में बदलते हैं ।।


