यूरोपीय संघ में बिकने वाले उपकरणों की बैटरी खुद बदली जा सकेगी
अगर आप अपने स्मार्टफोन की बैटरी घर पर ही बदल पाएं तो कैसा रहेगा? यूरोपीय संघ में इसके लिए नये नियम बनाये गये हैं जिसके ऐसे उपकरणों की बैटरी घर में ही बदली जा सकेगी. इसके लिए सर्विस सेंटर जाने की जरूरत नहीं होगी.

यूरोपियन संघ (ईयू) ने कुछ नए नियमों को मंजूरी दी है जिनके तहत 2027 तक "उपकरणों में ऐसी पोर्टेबल बैटरी का होना जरूरी है जो उपभोक्ता खुद निकाल कर उन्हें बदल सकें."
पोर्टेबल बैटरी का मतलब उस बैटरी से है जो स्मार्टफोन या गेमिंग कंसोल जैसे उपकरणों में इस्तेमाल होती हैं. यह नियम ईयू में बिक रही बैटरियों के डिजाईन, उत्पादन और उनसे जुड़े कचरे के प्रबंधन को ध्यान में रख कर बनाये गए हैं. संघ ने दिसंबर 2020 में इसी से जुड़े प्रस्ताव पेश किए थे, जिसमें बैटरी से जुड़े नियम और इससे पैदा हुए कचरे को लेकर कई और बातें शामिल हैं. इस नियम के पास होने के साथ ही गेमिंग कंसोल जैसे निनटेंडो स्विच, असुस आरओजी ऐली, और स्टीम डेक की बैटरी उपभोक्ता बिना किसी विशेष उपकरणों के खुद ही बदल पाएंगे.
2027 तक लागू होगा नया नियम
यूरोपीय में रह रहे उपभोक्ताओं के लिए यह खुशी की बात है, लेकिन इसके तहत बने उरकरणों के लिए उन्हें 2027 तक इंतजार करना पड़ेगा. साथ ही कंपनियों को अपने उत्पादों के हार्डवेयर के डिजाईन में तब्दीली करनी पड़ेगी. इस कारण इन उपकरणों के दाम बढ़ सकते हैं. कई गेमिंग कंसोल की बैटरी अभी भी बदली जा सकती हैं लेकिन यह काम बिना विशेष उपकरणों के आसान नहीं है. स्मार्टफोन में यह करना शायद और मुश्किल होगा क्योंकि पानी से बचाव की सुविधा देने लिए अक्सर इन्हें खोलना सिर्फ सर्विस सेंटर में भी संभव हो पाता है.
ईयू के नए नियमों का एक उद्देश्य यह भी है कि उपभोक्ता नए उपकरण खरीदने के बदले केवल उनकी बैटरी बदल कर उनका इस्तेमाल करें, जिससे उपकरणों का कचरा कम पैदा हो. साथ ही इन नियमों के चपेट में इलेक्ट्रिक गाड़ियां (ईवी)भी आएंगी, जिनको अनिवार्य रूप से अपने कार्बन फुटप्रिंट की घोषणा करनी होगी और और इस बात का लेबल भी लगाना होगा. यह नियम इलेक्ट्रिक स्कूटर, बाइक, और ऐसे सभी चार्जेबल औद्योगिक बैटरी जिनकी क्षमता 2 किलोवाट प्रति घंटे से अधिक है उनके लिए भी लागू होंगे.
पर्यावरण और अर्थव्यवस्था दोनों का ख्याल
रैपोर्टेयर अकिल वेरिएती यूरोपीय संसद में समाजवादियों और डेमोक्रेट के प्रगतिशील गठबंधन के समूह के सदस्य हैं. उन्होंने कहा, "पहली बार हमारे पास सर्कुलर इकोनॉमी कानून है जो किसी उत्पाद के पूरे जीवन चक्र को कवर करता है. यह एक दृष्टिकोण है जो पर्यावरण और अर्थव्यवस्था दोनों के लिए अच्छा है. हम उन उपायों पर सहमत हुए हैं जिनसे उपभोक्ताओं को बहुत लाभ होगा: बैटरियां अच्छी तरह से काम करेंगी, सुरक्षित होंगी और निकालने में आसान होंगी."
नियमों के तहत और बातों में लाइट मीन्स ऑफ ट्रांसपोर्ट (एलएमटी) बैटरी, 2 किलोवाट प्रति घंटे से ज्यादा क्षमता वाले और ईवी बैटरी के लिए डिजिटल बैटरी पासपोर्ट की भी बात हुई है.


