झुग्गी-बस्ती पुनर्विकास घोटाले में 462 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करोड़ों रुपये के एक घोटाले की जांच के दौरान पिरामिड डेवलपर्स नामक एक कंपनी की 462 करोड़ रुपये की संपत्ति यहां जब्त की है

मुंबई। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने करोड़ों रुपये के एक घोटाले की जांच के दौरान पिरामिड डेवलपर्स नामक एक कंपनी की 462 करोड़ रुपये की संपत्ति यहां जब्त की है। इस मामले में कांग्रेस विधायक बाबा सिद्दीकी नामजद हैं। धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मुंबई के बांद्रा पश्चिम में यह संपत्ति जब्त की गई।
ईडी के एक अधिकारी ने बताया, "हमने बाबा सिद्दीकी और अन्य लोगों के खिलाफ दर्ज झुग्गी बस्ती पुनर्विकास योजना घोटाले के मामले में बांद्रा पश्चिम स्थित पिरामिड डेवलपर्स की 462 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है।"
ईडी जांच कर रही है कि 2000 से 2004 तक महाराष्ट्र आवास और क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएचएडीए) के अध्यक्ष के तौर पर क्या बाबा सिद्दीकी ने अपने पद का दुरोपयोग कर बांद्रा में विकसित हो रही झुग्गी बस्ती पुनर्विकास प्राधिकरण (एसआरए) परियोजना एक कंपनी को देने में मदद की थी?
कहा जा रहा है कि यह घोटाला 2000 करोड़ रुपये का है।
अब्दुल सलाम नामक एक निवासी ने 2014 में मार्च में मुंबई पुलिस के एक थाने में बाबा सिद्दीकी और 150 अन्य के खिलाफ एसआरए परियोजना के आवास वितरण में अनियमितता का मामला दर्ज कराया था।
महानगर दंडाधिकारी अदालत के आदेश के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है।


