अस्पताल में बदइंतजामी देख बिफरे केजरीवाल
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज उत्तरी दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में एक अस्पताल का औचक निरीक्षण किया और सुविधाओं का जायजा लिया
नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज उत्तरी दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में एक अस्पताल का औचक निरीक्षण किया और सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने वहां मरीजों से भी बात की और देखा कि यहां कई खामियां व्याप्त हैं।
उन्होने इस दौरान कई वार्डों में जाकर देखा और मरीजों और उनके तीमारदारों से पूछा कि उन्हें समुचित सेवायें मिल रहीं हैं या नहीं। मुख्यमंत्री ने फिर एक ट्वीट में कहा कि उन्हें अस्पताल में कुछ खामियां मिली हैं। उन्होंने अधिकारियों को इन कमियों को दूर करने का निर्देश दिया है और जोर दिया कि वह गरीबों को अच्छी स्वास्थ्य सेवायें उपलब्ध कराने के लिये प्रतिबद्ध हैं।
अरविंद केजरीवाल ने वार्ड में एक मरीज से पूछा, यहां सब ठीक है? तो मरीज ने यहां व्याप्त खामियों का उलाहना शुरू कर दिया। वहीं केजरीवाल जब दूसरे वार्ड में गये कई लोग उन्हें देखकर उनके पास आ गए और सेल्फी लेने लगे तो कई लोगों ने उनसे अपनी समस्यायें भी सुनाई।
उन्होंने एक अन्य मरीज से पूछा, क्या आपको यहां मुफ्त दवायें मिल रही हैं या उनके लिये पैसे देने पड़ रहे हैं? इस पर मरीजों ने बताया कि उन्हें बाहर से दवाई खरीदना पड़ रही है और टेस्ट भी बाहर से करवाने पड़ रहे हैं।
इस पर केजरीवाल ने कहा कि यहां स्पष्टï है कि निचले स्तर पर नीति को सही ढंग से लागू नहीं किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने चिकित्सा अधीक्षक से दो टूक कहा कि वे खामियों की बाबत तुरंत सुधार करें और जो लोग नीतियों को ठीक से लागू नहीं कर रहे हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करें। उन्होने कहा कि वे इस बाबत उपराज्यपाल से भी उचित कार्रवाई करने के लिए कहेंगे और यदि जरूरत महसूस हुई तो चिकित्सा अधीक्षक को भी बदल सकते हैं।
बता दें कि संजय गांधी अस्पताल के निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और मंगोलपुरी की विधायक राखी बिड़ला भी थीं। लेकिन सत्येंद्र जैन की चुप्पी बरकरार है और मुख्यमंत्री का स्वास्थ्य क्षेत्र में खामियों को उजागर करने के बाद दिल्ली की राजनीति में सुगबुगाहट शुरू हो गई है कि क्या खामियों की आड़ में ही गाज गिराने की जमीन तैयार की जा रही है?


