कश्मीर में सुरक्षा कारणों से छह दिन बाद ट्रेन सेवा बहाल
कश्मीर घाटी में म से छह दिन तक स्थगित रहने के बाद ट्रेन सेवाएं आज बहाल कर दी गयीं

श्रीनगर । कश्मीर घाटी में सुरक्षा कारणों से छह दिन तक स्थगित रहने के बाद ट्रेन सेवाएं आज बहाल कर दी गयीं। घाटी में गत एक सप्ताह के दौरान विस्फोट की घटना में सात नागरिक मारे गये जबकि 13 आतंकवादी सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में मारे गये और तीन जवान शहीद हो गये।
एक वरिष्ठ रेलवे अधिकारी ने यूनीवार्ता को बताया कि कश्मीर घाटी में चलने वाली सभी ट्रेनें सुरक्षा कारणों से छह दिन तक निलंबित रहने के बाद रविवार को फिर से शुरू हुईं। गत आठ अक्टूबर के बाद से घाटी में ट्रेन सेवा को 12वीं बार आंशिक रूप से या पूरी तरह निलंबित कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि उत्तर कश्मीर में श्रीनगर-बड़गाम और बारामूला मार्ग पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ट्रेन चलायी जाएगी। इसी प्रकार, दक्षिण कश्मीर में बडगाम-श्रीनगर-अनंतनाग-काजीगुंड जम्मू क्षेत्र में बनिहाल तक ट्रेनों का परिचालन होगा।
दक्षिण कश्मीर में बडगाम-श्रीनगर-अनंतनाग-काजीगुंड पर जम्मू क्षेत्र में बनिहाल से ट्रेन सेवा को निलंबित कर दिया गया था, उससे पहले कुलगाम में एक मुठभेड़ में जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) के तीन आतंकवादी मारे गए थे। बाद में, अलगाववादियों ने मुठभेड़ स्थल के पास एक विस्फोट में सात नागरिकों की मौत के विरोध में सोमवार को हड़ताल की अपील की थी।
उन्होंने कहा कि पिछली रविवार को उत्तरी कश्मीर में ट्रेन सेवा सामान्य थी, जिसे अलगाववादियों की आेर से आहूत हड़ताल के बाद सोमवार से निलंबित कर दिया गया था। घाटी में जब भी अलगाववादियों द्वारा हड़ताल का आह्वान किया जाता है तो ट्रेन सेवाओं को निलंबित कर दिया जाता है। यात्रियों ने कहा, “वे ट्रेन सेवा के निलंबन के कारण पीड़ित है क्योंकि उन्हें परिवहन के अन्य साधनों में यात्रा के अलावा अधिक भुगतान करना पड़ा था।”
रेलवे अधिकारी ने कहा कि विभाग स्थानीय प्रशासन और पुलिस की सलाह पर काम कर रहा है क्योंकि यात्रियों के जान-माल की सुरक्षा महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पिछले विरोध प्रदर्शन और हड़ताल के दौरान हिंसा में रेलवे को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ था।


