सेक्टर-138 की जगह सेक्टर-123 में बनेगा लैंडफिल्ड
प्राधिकरण ने कूड़ा निस्तारण की समस्या को सुलझा लिया है

नोएडा। प्राधिकरण ने कूड़ा निस्तारण की समस्या को सुलझा लिया है। शहर का कूड़ा अब सेक्टर-123 में फेंका जाएगा। यहा करीब 25 एकड़ जमीन को नोटिफाइड किया गया है। इससे पहले कूड़ा सेक्टर-138 स्थित खाली भूखंड पर फेंका जाता था। लेकिन एनजीटी के आदेश के बाद गत एक सप्ताह से ज्यादा समय से यहा कूड़ा नहीं फेंका जा रहा था।
इस भूखंड पर सेक्टर-137 सोसाइटी के निवासियों ने भी आपत्ति जताई थी। जिसके बाद एनजीटी ने प्राधिकरण पर सख्ती की थी। शहर से प्रतिदिन करीब 350 मेट्रिक टन कूड़ा निकलता है। इस कूड़े का निस्तारण आदेश से पहले सेक्टर-138 में किया जाता था। यहा से उठने वाली बदबू से सेक्टर-137 व आसपास के लोगों का बुरा हाल था।
लिहाजा वह कई बार प्राधिकरण में इसको लेकर आपत्ति तक दायर कर चुके थे। दीवाली से एनजीटी ने एक याचिका के तहत प्राधिकरण को सिर्फ नोटिफाइड क्षेत्र में कूड़ा फेंकने को कहा। ऐसे में सेक्टर-138 में कूड़ा नहीं फेंका गया। विकल्प के तौर पर प्राधिकरण ने सेक्टरों में बने कूड़े घरों में व्यवस्था की। लेकिन यह व्यवस्था दो दिनों में ही चरमरा कई। मंगलवार को प्राधिकरण ने एनजीटी में अपना पक्ष रखा। यहा फिर से एनजीटी ने प्राधिकरण पर सख्ती बरती।
जिसके बाद सेक्टर-123 में 25 एकड़ जमीन को नोटिफाइड कर लिया गया है। यहा कूड़ा फेंका जाएगा। बताते चले कि शहर में कूड़ा निस्तारण के लिए ठोस कचरा प्रबंधन भी बनाया जाएगा। जिसमे कूड़े के निस्तारण के साथ रिसाइकलिंग का काम भी होगा। यही नहीं इस प्लांट के जरिए कंस्ट्रक्शन सामग्री से सीमेंट भी बनाया जाएगा। जिसका प्रयोग विकासीय परियोजना में किया जाएगा। बहराल सेक्टर-123 में कूड़ा निस्तारण के बाद प्राधिकरण ने भी राहत की सांस ली है।साथ ही सेक्टर-137 व आसपास के सोसाइटी के लोगों को भी बदबू से राहत मिली है।


