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जम्मू कश्मीर में धारा 144 लागू , स्कूल-कॉलेज बंद

जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को हटाये जाने के बाद राज्य में रेड अलर्ट जारी किया गया है

जम्मू कश्मीर में धारा 144 लागू , स्कूल-कॉलेज बंद
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जम्मू। जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद-370 को हटाये जाने के बाद राज्य में रेड अलर्ट जारी किया गया है।

राज्य में पहले से ही 25 हजार से अधिक अतिरिक्त सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है। कश्मीर घाटी में कल देर शाम से निषेधाज्ञा लागू है। लोगों को घरों से न निकलने को कहा गया है। कश्मीर विश्वविद्यालय की परीक्षाएं स्थगित कर दी गयी हैं। इससे पहले रविवार की देर रात कुछ राजनीतिक दलों के नेताओं को उनके घरों में नजरबंद कर दिया गया।

कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों की तैनाती और राज्य में मौजूदा स्थिति को देखते हुए राज्य प्रशासन ने जम्मू क्षेत्र के सभी जिलों के सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। कश्मीर घाटी के साथ ही जम्मू में भी धारा 144 लागू कर दी गई है और कई परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है।

कश्मीर में लैंडलाइन सेवाएं निलंबित कर दी गयी है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को सैटेलाइट फोन जारी किए गए हैं क्योंकि उनके फोन भी बंद हैं।

जम्मू, कठुआ, सांबा, पुंछ, डोडा, राजौरी, उधमपुर सहित विभिन्न जिलों के उपायुक्तों ने आगामी आदेश तक सभी निजी और सरकारी स्कूल कल छह अगस्त को बंद रखने का आदेश दिया है।

जम्मू की जिला उपायुक्त सुषमा चौहान ने कहा कि अगले आदेश तक जम्मू जिले में धारा 144 लगा दी गयी है।

जम्मू क्षेत्र के सभी जिलों में केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की 40 कंपनियां तैनात की गई हैं। एक अधिकारी ने बताया कि आदेश के अनुसार जम्मू में छह , सांबा में दो, कठुआ में दो, ऊधमपुर में चार, रियासी में एक, राजौरी में आठ, पुंछ में छह और डोडा में 11 कंपनियां तैनात की गयी हैं। जिले के विभिन्न हिस्सों में सेना की तैनाती की गयी है।

उन्होंने बताया कि मोबाइल इंटरनेट को भी निलंबित कर दिया गया और क्षेत्र में एहतियातन प्रतिबंध लगाए गये हैं।

एक आदेश में बताया गया है कि जम्मू में अगले आदेश तक विभिन्न स्कूलों और विश्वविद्यालय की परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। परीक्षा की नयी तिथियों की घोषणा बाद में की जायेगी।

उल्लेखनीय है कि घाटी में 35,000 अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती के बाद प्रशासन ने शुक्रवार को सुरक्षा परामर्श जारी करते हुए घाटी से अमरनाथ यात्रियों और पर्यटकों को घाटी छोड़ने को कहा था। इसके बाद से लोगों में डर और भ्रम का माहौल है।

सुरक्षा परामर्श के बाद किश्तवाड़ की माछिल माता, पुंछ की बुड्ढा अमरनाथ और रियासी में कौसर नाग तीर्थयात्राओं को रद्द कर दिया गया था। एनआईटी श्रीनगर के 500 से अधिक छात्र जम्मू पहुंच गये और रविवार को ट्रेनों के जरिये अपने गृहनगर के लिए रवाना हो गए।

सूत्रों के मुताबिक ठोस जानकारी मिली है कि 15 अगस्त से पहले आतंकवादी आईईडी धमाके, फिदायीन हमले और निशाना बनाकर आतंकवादी हमले जैसी कार्रवाई को अंजाम दे सकते हैं।


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