अगले सप्ताह खुल सकता है सरिता की मौत का राज
औद्योगिक प्रदूषण से संक्रमिक महिला मजदूर सरिता चौहान की इलाज के दौरान हुई मौत के बाद उपजे हालात एवं परिजनों द्वारा उद्योग प्रबंधन पर लगाए आरोपों के बीच पर्यावरण प्रदूषण मंड..........
परिजनों ने प्रबंधन पर लगाए हैं गंभीर आरोप, कई दौर की जांच के बाद अब जल्द आएगा रिपोर्ट
जांजगीर। औद्योगिक प्रदूषण से संक्रमिक महिला मजदूर सरिता चौहान की इलाज के दौरान हुई मौत के बाद उपजे हालात एवं परिजनों द्वारा उद्योग प्रबंधन पर लगाए आरोपों के बीच पर्यावरण प्रदूषण मंडल एवं औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के विशेषज्ञों द्वारा कई दौर के परिक्षण के बाद आने वाला अब आने वाला सप्ताह महत्वपूर्ण रहने की संभावना है। वजह यह है कि इसी सप्ताह लगभग सारे रिपोर्ट आने को है, जिसमें हाईजिन लैब से वातावरण में सिलिका की मात्रा भी शामिल है। रिपोर्ट के आधार पर ही कंपनी पर लगे आरोपों व महिला मजदूर की मौत के वजहों का खुलासा हो सकेगा।
ग्राम सरखों निवासी महिला मजदूर सरिता चौहान की मौत गत 21 मई को जिला अस्पताल में ईलाज के दौरान हो गई थी। सरिता चांपा के अभिषेक इंडस्ट्री में मजदूरी करती थी। काम के दौरान ही उसकी तबियत लगातार बिगड़ने लगी। इस दौरान निजी अस्पतालों में उसने अपने उपचार के लिए अपनी जमा पूंजी खर्च कर डाली। इस मामले में महिला मजदूर के परिजनों ने प्रबंधन पर कई तरह के आरोप लगाए हैं। परिजनों ने नीजि उद्योग के विरूद्ध गंभीर आरोप लगाते हुये मौत की वजह सिलिका डस्ट के इंफेक्शन को बताया है।
मामले की शिकायत कलेक्टर जनदर्शन में परिजनों ने की थी। साथ ही मिडिया ने भी इस मामले को सामने लाया। इस मामले पर संयुक्त जांच टीम अभिषेक इंडस्ट्रीज पहुंची थी। औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा के विशेषज्ञों की टीम ने 7 व 8 जून को अभिषेक इंडस्ट्री में सिलिकान डस्ट की मात्रा का सेंपल लेकर हाइजिन लैब भेजा है। जिसकी रिपोर्ट एक- दो दिन में मिलने की बात कही जा रही है। वहीं पर्यावरण प्रदूषण मंडल की टीम ने भी उद्योग परिसर एवं आसपास के क्षेत्र के वातावरण का सेंपल एकत्रित किया है। इसके अलावा सरिता के डाक्टरी रिपोर्ट व एक्सरे की कापी जो कि पहले ही रायपुर स्थित डाक्टरों के हाईजिन लैब कमेटी के पास पहुंच चुकी है।
इस पर अगामी 22 जूून को निर्णय आना है। कुल मिलाकर अब सप्ताहभर में लगभग सारे रिपोर्ट आने वाले हैं। रिपोर्ट के आधार पर ही कंपनी पर लगे आरोपों व महिला मजदूर की मौत के वजहों का खुलासा हो सकेगा। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार परिसर में सुरक्षा मानकों की अनदेखी एवं सिलिकान डस्ट को नियंत्रित करने के उपायों में गंभीर खामिया पाई गई है।
उल्लेखनीय है ग्राम सरखों निवासी महिला मजदूर सरिता चौहान की मौत गत 21 मई को जिला अस्पताल में ईलाज के दौरान हो गई थी। कार्य के दौरान सरिता को लाइलाज सिलीकोसिस की बीमारी सामने आई थी, जिसे लेकर उनके द्वारा चांपा अस्पताल में इलाज कराई जा रही थी और फैक्ट्री प्रबंधन से भी अपनी बीमारी के बारे में बताकर सहायता मांगी गई थी। मृतिका ने अपने मौत से पूर्व अभिषेक इण्डस्ट्रीज के विरूद्ध प्रदूषण को लेकर गंभीर आरोप लगाते हुये उद्योग में सुरक्षा मापदण्डों की अनदेखी की बात कही थी। साथ ही उद्योग द्वारा बीमारी में ईलाज हेतु मांगी गई आर्थिक सहायता से भी इंकार करने का आरोप लगाया था।


