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सिंधिया महल से निकल कार्यकर्ताओं से मिले

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का सियासी अंदाज बदल चला है। वह कार्यकर्ताओं से मेल-मुलाकात के तौर-तरीकों में बदलाव ला रहे हैं

सिंधिया महल से निकल कार्यकर्ताओं से मिले
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ग्वालियर। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का सियासी अंदाज बदल चला है। वह कार्यकर्ताओं से मेल-मुलाकात के तौर-तरीकों में बदलाव ला रहे हैं। उन्होंने बुधवार को ग्वालियर में पहली बार महल से बाहर पार्टी दफ्तर में हर एक पार्टी कार्यकर्ता से मुलाकात की। सिंधिया बुधवार को शताब्दी एक्सप्रेस से ग्वालियर पहुंचे। स्टेशन पर कार्यकर्ताओं ने सिंधिया का जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर सिंधिया ने क्षेत्र के विकास के लिए हर संभव प्रयास करने का वादा किया। सिंधिया उसके बाद जयविलास पैलेस पहुंचे, जहां उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की।

सिंधिया अपने पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत शाम को पार्टी दफ्तर पहुंचे। यहां उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से वन-टू-वन मुलाकात की। शहर कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा ने आईएएनएस से चर्चा करते हुए कहा, "सिंधिया ढाई घंटे से ज्यादा पार्टी दफ्तर में रहे। इस दौरान उन्होंने वन-टू-वन और समूह में लगभग दो सौ पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इनमें विभिन्न इकाइयों के पदाधिकारी शामिल थे।"

शर्मा ने स्वीकारा कि यह पहला मौका था, जब सिंधिया पार्टी कार्यालय में एक-एक कर सभी कार्यकर्ता से मिले। पार्टी कार्यालय तो वह पहले भी कई बार आ चुके हैं और बैठकों में हिस्सा ले चुके हैं।

स्थानीय राजनीति के जानकार बताते हैं कि ज्योतिरादित्य सिंधिया का ग्वालियर दौरा होता रहता है, इस दौरान तमाम बड़े नेताओं से लेकर कार्यकर्ता तक उनसे महल में जाकर मुलाकात करते रहे हैं। इस दौरान सिंधिया का अपने समर्थकों से संवाद भी हुआ, मगर उनके बुधवार से शुरू हुए दो दिवसीय दौरे में बड़ा बदलाव नजर आया है। इस बार उन्होंने कांग्रेस के दफ्तर में हर कार्यकर्ता से मिले।

लोकसभा चुनाव के चमत्कारी परिणाम में सिंधिया के हिस्से में गुना संसदीय क्षेत्र से हार का पैगाम आया। इसके बाद भी सिंधिया ने अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा किया था और उन्होंने यहां भी कार्यकर्ताओं से सीधे संवाद किया था। साथ ही लोगों से क्षेत्र में मिली हार के कारणों को जाना। कई समर्थकों ने तो उन्हें लिखित में भी हार के कारणों का ब्योरा दिया था।


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