सिंधिया राजनीति के साथ क्रिकेट में भी रखते हैं दखल
मध्य प्रदेश के ग्वालियर राजघराने से नाता रखने वाले गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया एक राजनेता के साथ क्रिकेट में भी खासा दखल रखते हैं

भोपाल। मध्य प्रदेश के ग्वालियर राजघराने से नाता रखने वाले गुना से सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया एक राजनेता के साथ क्रिकेट में भी खासा दखल रखते हैं। राजनीति में भी उनकी पहचान एक क्रिकेट की है, जो विरोधियों पर अपने ही अंदाज में वार करते हैं। सिंधिया राजघराने में माधवराव सिंधिया और माधवी राजे सिंधिया के परिवार में एक जनवरी, 1971 को जन्मे ज्योतिरादित्य सिंधिया की पढ़ाई लिखाई देश और विदेश के संस्थानों में हुई।
सिंधिया की स्कूली शिक्षा देहरादून के दून स्कूल में हुई। उसके बाद उनकी उच्च शिक्षा अमेरिका के हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में हुई। उन्होंने कैलिफोर्निया के स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी से एमए और एमबीए किया।
सिंधिया अपने पिता पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया के असमय निधन के बाद राजनीति में आए और वर्ष 2002 में हुए उपचुनाव में जीतकर पहली बार लोकसभा पहुंचे। उसके बाद लगातार 2004, 2009 और फिर 2014 के लोकसभा चुनाव में निर्वाचित हुए। वह केंद्र सरकार में केंद्रीय प्रौद्योगिकी और दूरसंचार व वाणिज्य तथा उद्योग मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भी रहे।
सिंधिया की खास दिलचस्पी क्रिकेट में भी है। वह मध्य प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी निभाई। ज्योतिरादित्य के पिता माधवराव का भी क्रिकेट से काफी लगाव था। उन्हीं की कोशिशों के चलते ग्वालियर में भव्य स्टेडियम बना और वहां कई अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैच हुए। अब भी वह सिलसिला जारी है।
ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया कांग्रेस में रहे और इतने कद्दावर नेता थे कि उन्होंने ग्वालियर से अटल बिहारी वाजपेयी को हराया था। वहीं उनकी दादी विजया राजे सिंधिया भाजपा की संस्थापकों में रही हैं। उनकी एक बुआ वसुंधरा राजे राजस्थान की मुख्यमंत्री हैं और दूसरी बुआ यशोधरा राजे सिंधिया मध्य प्रदेश में खेल मंत्री हैं।


