वैज्ञानिक तरीके से शुरू होगा जैविक कचरे का निस्तारण
नोएडा प्राधिकरण ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने जैविक कचरे एकत्रित करने के लिए पांच विशेषज्ञ एजेंसियों को नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है

नोएडा। नोएडा प्राधिकरण ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने जैविक कचरे एकत्रित करने के लिए पांच विशेषज्ञ एजेंसियों को नियुक्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। एजेंसिया मौके पर ही जैविक कचरे का निस्तारण करेंगी।
योजना के मुताबिक, पांच एजेंसियां कचरे को डोर टू डोर इकट्ठा करने, इसे अलग करने और एक लैंडफिल साइट पर ले जाने के लिए जिम्मेदार होगी। सेक्टर-123 में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट स्थापित होने जा रहा है। लैंडफिल साइट का संचालन करना। साथ ही सेक्टर-54 ग्रीन बेल्ट में कचरे के निस्तारण करने व खुले में शौच-मुक्त परियोजना पर काम करेगी। वर्तमान में, प्राधिकरण के पास कचरे के इलाज के लिए वैज्ञानिक तंत्र नहीं है। यहा प्राथमिक कचरा उठाया जाता है और उसे खाली भूखंडों पर डंप कर दिया जाता है। इसका विरोध बीते कई महीनों से सेक्टरवासी करते आ रहे है।
करीब 20 हजार हेक्टेयर में फैले शहर की स्थापना 1976 में हुई थी। लेकिन अभी तक इसके कचरे के इलाज के लिए एक सैनिटरी लैंडफिल साइट नहीं है। ऐसे में जहा कचरा फेंका गया उन इलाकों में प्रदूषण पैदा हो रहा है। ऐसे में प्राधिकरण ने पांच एजेंसियां हायर करने जा रही है। यह एजेंसिंया शहर से निकलने वाले ठोस कचरे को एकत्रित करने उसे अलग करने और उसका निस्तारण करने के लिए सर्वोत्तम प्रणाली का प्रयोग करेगा।
यह सभी एजेंसियां किराए पर काम करेंगी इसके लिए नियम व शर्ते बनाई जा रहे है। नोएडा प्राधिकरण के सीनियर प्रोजेक्ट इंजिनियर रघुनाथन यादव ने कहा, यह योजना अगले तीन से चार महीनों में पूरी हो जाएगी। बताते चले कि एक सरकारी एजेंसी और सलाहकार हाउसिंग एंड शहरी डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (हडको) ने एक अध्ययन में कहा है कि एक व्यक्ति प्रति दिन 500 ग्राम अपशिष्ट उत्पन्न करता है, जबकि पांच परिवारों में एक दिन 2.5 किलोग्राम अपशिष्ट का उत्पादन होता है। अध्ययन के मुताबिक नोएडा की 14 लाख आबादी रोजाना लगभग 660 टन अपशिष्ट उत्पन्न करती है।
ऐसे में हमारा लक्ष्य वेस्ट टू एनर्जी प्लांट को जीरो डिस्चार्ज बनाना है। लिहाजा प्राथमिक केंद्रों पर ही कचरे का निस्तारण किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि एकीकृत कचरा निपटान परियोजना के लिए पांच एजेंसियों को हायर करने के लिए जल्द ही निविदाएं जारी कर सकते हैं। इसका मुख्य लक्ष्य नोएडा को ग्रीन और स्वच्छ शहर बनाना है। हायर होने के बाद तुरंत काम शुरू कर दिया जाएगा।


