वैज्ञानिक सुमंत होल्ला ने एरोबिक धान का किया प्रदर्शन
बुड़ेनी में आईएसओ प्रमाणित थोक आयातक और वितरक कंपनी किसान क्राफ्ट के वैज्ञानिक सुमंत होल्ला ने एरोबिक धान प्रदर्शन का संचालन किया

नवापारा-राजिम। बुड़ेनी में आईएसओ प्रमाणित थोक आयातक और वितरक कंपनी किसान क्राफ्ट के वैज्ञानिक सुमंत होल्ला ने एरोबिक धान प्रदर्शन का संचालन किया। श्री होल्ला ने बताया कि एरोबिक धान के लिए अन्य धान की किस्मों के मुकाबले 50 प्रतिशत कम पानी की जरूरत होती है। इसके साथ ही उर्वरक, कीटनाशक, मजदूर की लागत और ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन को भी कम करता है।
उन्होंने किसानों को उदाहरण देते हुए समझाया कि अगर एक किलो पारंपरिक चावल उगाने के लिये आमतौर पर लगभग 5 हजार लीटर पानी की जरूरत होती है, लेकिन एरोबिक धान को उगाने के लिये 2 हजार से 2500 लीटर तक पानी की आवश्यकता पड़ती है। इस फसल को उन क्षेत्रों में भी उगाया जा सकता है जहां बारिश कम होती है। एरोबिक धान को अच्छी तरह से वाष्पित क्षेत्रों में सीधे सूखे ही बोया जा सकता है।
खेतों को गीला करने की जरूरत नहीं पड़ती। फसल को दानों, सब्जियों और ऑयलसीड्स के साथ मिलाना या शामिल करना भी संभव है। लंबे समय तक इसका इस्तेमाल करने से मिट्टी की सेहत भी अच्छी रहती है। सुमंत होल्ला ने कहा कि इस धान का उपयोग कर किसान प्रति हेक्टेयर मिट्टी की उर्वरक क्षमता के आधार पर लगभग 55 क्विंटल धान की पैदावार प्राप्त कर सकते हैं। इसे भरोसेमंद कंपनी का दर्जा प्राप्त है। किसान क्राफ्ट एक देशव्यापी वितरण नेटवर्क है जिसका देश भर में 3000 डीलर्स, 16 कार्यालय और 14 सर्विस केन्द्र शामिल हैं।


