ट्राई और आरबीआई का नया पायलट प्रोजेक्ट, ग्राहकों को मिलेगा प्रमोशनल कंटेंट की अनुमति को रद्द करने का मौका
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मिलकर एक नया पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है

नई दिल्ली। टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) और भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मिलकर एक नया पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसके तहत, कुछ चुने हुए ग्राहकों को एसएमएस नोटिफिकेशन भेजे जाएंगे, ताकि वे प्रमोशनल संदेशों के लिए दी गई अपनी अनुमति को डिजिटल तरीके से देख सकें, और अगर चाहें तो उसे रद्द (बंद) भी कर सकें।
ट्राई ने बुधवार को बताया कि इस प्रोजेक्ट का मुख्य उद्देश्य यह है कि प्रमोशनल कंटेंट के लिए दी गई अनुमति को डिजिटल तरीके से रेगुलेट किया जाएगा। यह टेस्ट पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू हो रहा है, और इसमें 9 टेलीकॉम कंपनियां और 11 बैंक, जिनमें एसबीआई, पीएनबी, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, केनरा बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, इंडसइंड बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक और पंजाब एंड सिंध बैंक शामिल हैं।
इस प्रोजेक्ट के तहत, जिन ग्राहकों ने पहले प्रमोशनल संदेशों के लिए अनुमति दी थी, उन्हें एक एसएमएस मिलेगा। इसमें एक लिंक होगा, जिस पर क्लिक करके वे अपनी अनुमति को देख सकेंगे और चाहें तो उसे बदल या रद्द कर सकेंगे। यह एसएमएस सिर्फ उन्हीं ग्राहकों को मिलेगा जिनकी अनुमति पहले इस डिजिटल प्लेटफॉर्म पर अपलोड की गई है। अगर आपको यह एसएमएस नहीं मिलता है, तो चिंता करने की कोई बात नहीं है, क्योंकि यह सिर्फ एक छोटा टेस्ट है, जो बाद में पूरे देश में लागू किया जाएगा।
जो ग्राहक इस एसएमएस को प्राप्त करेंगे, वे उसमें दिए गए लिंक पर क्लिक करके अपनी दी हुई अनुमतियों को देख सकते हैं। इस लिंक से आपको यह पता चलेगा कि आपने किस-किस प्रमोशनल सामग्री के लिए अनुमति दी थी, और आप उस अनुमति को जारी रखने, बदलने या रद्द करने का फैसला कर सकते हैं। इसमें आपकी व्यक्तिगत या वित्तीय जानकारी नहीं मांगी जाएगी। बस, आपको यह एसएमएस नबंर '127000' से आना चाहिए।
ध्यान रहे कि यह टेस्ट केवल कुछ चुनिंदा ग्राहकों के लिए है, और अगर आप इस पायलट में शामिल नहीं हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। यह सिस्टम पायलट प्रोजेक्ट के बाद में सभी के लिए शुरू किया जाएगा।


