साइंस एक्सप्रेस लंबी यात्रा पर रवाना होगी
जलवायु परिवर्तन के कारणों , दुष्प्रभावों तथा इससे निपटने के उपायों के बारे में जागरुकता संदेश के साथ साइंस एक्सप्रेस आज यहां से अपनी 19 हजार किलोमीटर की लंबी यात्रा पर रवाना हो गई।
नयी दिल्ली। जलवायु परिवर्तन के कारणों , दुष्प्रभावों तथा इससे निपटने के उपायों के बारे में जागरुकता संदेश के साथ साइंस एक्सप्रेस आज यहां से अपनी 19 हजार किलोमीटर की लंबी यात्रा पर रवाना हो गई।
केन्द्रीय पर्यावरण और वन मंत्री अनिल माधव दवे,तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री हर्षवर्द्धन ने सफदरजंग रेलवे स्टेशन से इस गाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए शिरकत की।
सोलह वातानुकूलित रेल डिब्बों वाली इस रेलगाड़ी में पर्यावरण और वन मंत्रालय तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के सहयोग से जलवायु परिवर्तन के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती एक प्रदर्शनी लगाई गई है। श्री दवे ने इस अवसर पर कहा कि जलवायु परिवर्तन मौजूदा समय के साथ ही आने वाली पीढ़ियों के लिए भी एक बड़ा खतरा है।
आम जनता को इसके कारणों और दुष्प्रभावों के बारे में जागरुक करना बेहद जरुरी है। रेलवे ने प्रदर्शनी के लिए इस रेलगाड़ी के डिब्बों को विशेष रूप से तैयार किया है। सत्रह फरवरी से आठ सितंबर तक अपनी सात महीने की लंबी यात्रा के दौरान यह गाड़ी 18 और 19 फरवरी को दिल्ली कैंट स्टेशन पर रुकेगी जहां पर आम लोग प्रदर्शनी का अवलोकन कर सकेंगे।
गाडी का अंतिम पड़ाव गांधीनगर होगा। इस बीच यह 20 राज्यों के 68 स्टेशनों पर रुकेगी और प्रदर्शनी के जरिए आम जनता को यह संदेश देने का काम करेगी कि जलवायु परिवर्तन के मूल कारण मानवीय गतिविधियाें से निबटने के लिए किस तरह के उपाय होने चाहिए।


