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बेंगलुरू में स्कूली बच्चों का विज्ञान सम्मेलन शुरू

आईएससी के 107वें सत्र के दौरान शनिवार को बेंगलुरू में दो दिवसीय राष्ट्रीय किशोर विज्ञान सम्मेलन में स्कूली बच्चों को विज्ञान की शिक्षा लेने के लिए प्रोत्साहित करने का लक्ष्य रखा गया।

बेंगलुरू में स्कूली बच्चों का विज्ञान सम्मेलन शुरू
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बेंगलुरू | भारतीय विज्ञान कांग्रेस (आईएससी) के 107वें सत्र के दौरान शनिवार को बेंगलुरू में दो दिवसीय राष्ट्रीय किशोर विज्ञान सम्मेलन में स्कूली बच्चों को विज्ञान की शिक्षा लेने के लिए प्रोत्साहित करने का लक्ष्य रखा गया। आईएससी आयोजन समिति के अध्यक्ष और कृषि विज्ञान विश्वविद्यालय (यूएएस) के कुलपति एस. राजेंद्र प्रसाद ने कहा, "इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों को विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की शिक्षा लेने और खोज के लिए प्रेरित करना है।"

प्रसाद ने कहा कि बाल विज्ञान कांग्रेस के दौरान 10 से 17 वर्ष की आयु वर्ग के छात्रों को भाग लिया।

इस आयोजन में देशभर और बेंगलुरू के हजारों छात्रों ने भाग लिया, जहां इजरायल की रसायनशास्त्री नोबेल पुरस्कार विजेता अड योनाथ और भारतरत्न सी.एन.आर. राव ने भी अपने विचार रखे।

चंडीगढ़ के कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल की नौवीं कक्षा की छात्रा तनीषा राजोथिया ने कहा कि बाल विज्ञान कांग्रेस ने उन्हें विज्ञान की शिक्षा के बारे में प्रेरित करने के साथ ही उनमें विश्वास पैदा है।

राजोथिया ने कहा, "विज्ञान कांग्रेस में हमें कई महान वैज्ञानिकों को सुनने का अवसर मिला। अब हम सोचते हैं कि हम भी वैज्ञानिक बन सकते हैं।"

नई दिल्ली के छतरपुर स्थित राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की एक छात्रा श्रुति ने कहा, "मैं यहां आकर बहुत खुश हूं। मुझे यहां आकर पता चला कि विज्ञान के लिए समर्पित होना जरूरी है।"

वर्ष 2009 के रसायन विज्ञान की नोबेल पुरस्कार विजेता योनाथ ने विज्ञान में छात्रों की रुचि को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से कहा कि उन्हें लगता है कि वे सभी विज्ञान से प्यार करते हैं।

उन्होंने भारतीय वैज्ञानिक वेंकटरमन रामकृष्णन और थॉमस ए. स्टिट्ज के साथ नोबेल पुरस्कार साझा किया था।

योनाथ ने कहा, "मैं एक वैज्ञानिक कैसे बनीं? जब मैं पांच साल की थी, मैंने अपने खुद के प्रयोग किए।"

उन्होंने बच्चों को बताया कि वह एक बहुत गरीब परिवार से थीं और उन्होंने एक ही अपार्टमेंट को दो अन्य के साथ साझा किया।"

योनाथ ने छात्रों को जिज्ञासु होने और अपने काम से प्यार करने की सलाह दी।


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