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स्कूलों को करनी होगी एक्स्ट्रा तैयारी ताकि बोर्ड परीक्षाएं न पड़ जाएं भारी

सीबीएसई बोर्ड में दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं 26 अप्रैल से शुरू होने जा रही हैं। हालांकि की कोरोना के कारण कई राज्यों में स्कूल अभी भी नहीं खुले हैं।

स्कूलों को करनी होगी एक्स्ट्रा तैयारी ताकि बोर्ड परीक्षाएं न पड़ जाएं भारी
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दिल्ली। सीबीएसई बोर्ड में दसवीं और बारहवीं कक्षा की परीक्षाएं 26 अप्रैल से शुरू होने जा रही हैं। हालांकि की कोरोना के कारण कई राज्यों में स्कूल अभी भी नहीं खुले हैं। स्वयं राजधानी दिल्ली में भी बीते सप्ताह ही 10वीं एवं 12वीं की कक्षाएं शुरू की गई हैं। ऐसे में छात्रों को बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। दिल्ली के स्कूल अब छात्रों की इसी समस्या का समाधान ढूंढने में जुट गए हैं।


शिक्षा निदेशालय ने आगामी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर बच्चों की तैयारी के लिए कमर कस ली है। सीबीएसई कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं अप्रैल अंत में करवाएगा। इसको लेकर दिल्ली के सरकारी स्कूलों में तैयारियां तेज कर दी है।

इस बाबत शनिवार को शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में कक्षाओं के बेहतर संचालन और बोर्ड परीक्षाओं की तैयारियों को लेकर सभी स्कूल प्रमुखों के साथ एक मीटिंग का आयोजन किया गया।

बैठक में शिक्षा सलाहकार शैलेंद्र शर्मा एवं अतिरिक्त निदेशक (स्कूल) रीता शर्मा ने सभी विद्यालय प्रमुखों को आगामी परीक्षाओं के साथ-साथ सोमवार से नर्सरी से आठवीं तक की कक्षाओं के लिए स्कूल खोले जाने को लेकर तैयारी संबंधी जरुरी चर्चा की।

दिल्ली के शिक्षा निदेशालय के मुताबिक बोर्ड परीक्षा की तैयारियों के लिए जिन बातों पर फोकस किया जा रहा है उनमें क्लास के साथ-साथ प्रैक्टिकल वर्क पर भी ध्यान दिया जाएगा।

दरअसल, लंबे समय तक ऑनलाइन कक्षाओं के बाद ऑफलाइन मोड में शिफ्ट होने के साथ ये बेहद जरुरी हो गया है कि बच्चों की प्रैक्टिकल क्लास पर भी बेहतर ढंग से फोकस किया जाए, ताकि उन्हें हैंड्स ऑन लर्निग मिले।

शिक्षा निदेशक हिमांशु गुप्ता ने बताया कि शिक्षकों द्वारा हर एक बच्चे को इंडिविजुअल अटेंशन दी जाएगी, ताकि बच्चों के बेहतरी के क्षेत्र पर ध्यान दिया जा सके।

स्कूल प्रमुख शिक्षकों के साथ रिव्यू मीटिंगरोजाना करेंगे, ताकि स्टूडेंट्स के सीखने संबंधी आवश्यकताओं को समझ कर उसे पूरा किया जा सके।

बच्चों के सीखने की जरूरत के अनुसार स्कूल प्रमुख एसएमसी फंड से अतिरिक्त रिसोर्स पर्सन्स को भी बुला सकेंगे। सीबीएसई और शिक्षा निदेशालय द्वारा तैयार किया गया सैंपल पेपर हर बच्चे को प्रिंटेड फॉर्म में उपलब्ध करवाया जाएगा।

दिल्ली के शिक्षा निदेशालय के मुताबिक, स्कूलों के बंद होने के कारण पढ़ाई में हुए नुकसान और स्टूडेंट्स के प्रदर्शन में सुधार के लिए रेमेडियल क्लास भी आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।

इसके अलावा छात्र शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर एकेडमिक एंड एग्जामिनेशन सेक्शन पर जाकर भी सैंपल पेपर व लर्निग मटेरियल डाउनलोड कर सकते हैं।


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