छुरी के स्कूल में दो साल से बंद है कृषि संकाय की पढ़ाई
विद्यालय में कृषि संकाय एग्रीकल्चर विषय को पिछले दो साल से बंद किये जाने के कारण इस विषय में रूचि रखने वाले विद्याथियों को अन्यत्र स्थान पर पढ़ाई करनी पड़ रही है

कोरबा-छुरीकला। नगर पंचायत छुरीकला में आदिवासी विकास विभाग द्वारा संचालित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में कृषि संकाय एग्रीकल्चर विषय को पिछले दो साल से बंद किये जाने के कारण इस विषय में रूचि रखने वाले विद्याथियों को अन्यत्र स्थान पर पढ़ाई करनी पड़ रही है। विद्याथियों को आथिक भार उठाना पड़ रहा है।
एक ओर राज्य शासन द्वारा छात्र-छात्राओं को शिक्षा का अधिकार देने की बात कही जा रही है तो दूसरी ओर उच्च पद पर बैठे अधिकारी छात्र-छात्राओं के अधिकार को छीन रहे हैं। जिले के समीप नगर पंचायत छुरीकला जो कि आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र होने के कारण यहाँ पर नगर सहित आस-पास क्षेत्र के बच्चे पढ़ने आते है़।
यहाँ पर शासन द्वारा संचालित शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शासन से कृषि संकाय एग्रीकल्चर विषय संचालित किये जाने अनुमति प्राप्त है जिसे सन् 2016-17 में पदस्थ प्राचार्य ने शिक्षक की कमी बताकर बंद कर दिया है।
इस कारण से कृषि संकाय विषय लेकर पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अन्यत्र पढ़ाई करनी पड़ रही है जिससे विद्यार्थियों सहित गरीब पालकों को अतिरिक्त आर्थिक भार एवं कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है ।
बताया जाता है कि इसके पहले भी उक्त प्राचार्य द्वारा इस विषय को बंद किया गया था जिसे नगरवासियों ने प्रयास कर उक्त विषय के कक्षा को शुरु कराया था लेकिन आज वही स्थिति फि र से उत्पन्प्न हो गई है। शिक्षा विभाग के अधिकारी इस बात को भली भांति जानते हुये भी मौन साधे हुये हैं।
कृषि संकाय एग्रीकल्चर विषय को शुरू कराने पिछले सप्ताह विकास यात्रा के दौरान मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह को ज्ञापन देकर अवगत कराया गया। वहीं इसके अलावा नगर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान संसदीय सचिव लखन देवांगन को भी आवेदन देकर विद्यालय की इस समस्या की ओर अवगत कराया गया।


