स्कूल बस खाई में गिरी, 29 मासूमों समेत 3२ की मौत
हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से बड़ा सड़क हादसा हुआ है। एक स्कूल बस खाई में गिर गई है। हादसे में ड्राइवर के अलावा 29 स्कूली बच्चों समेत 32 की मौत हो गई है, जबकि कईयों के घायल होने की सूचना है

शिमला। हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर से बड़ा सड़क हादसा हुआ है। एक स्कूल बस खाई में गिर गई है। हादसे में ड्राइवर के अलावा 29 स्कूली बच्चों समेत 32 की मौत हो गई है, जबकि कईयों के घायल होने की सूचना है। घटना कांगड़ा जिले की है। मृतकों में दो अध्यापक और ड्राइवर भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि बस में 35 बच्चे सवार थे। मारे गए बच्चे नर्सरी से पांचवीं कक्षा के हैं। सभी की उम्र 10 साल से नीचे हैं। छह घायलों को उपचार के लिए निजी अस्पताल में पठानकोट में भेजा गया है। राहत और बचाव के लिए एनडीआरएफ की टीम बुलाई गईं। एसडीएम नूरपुर ने कहा कि घटना में कुल 25 बच्चों की मौत हो चुकी है।
डेढ़ सौ फीट गहरी खाई में जा गिरी बस
जानकारी के अनुसार, निजी स्कूल की यह बस छुट्टी के बाद बच्चों को घर छोड़ने जा रही थी कि नूरपुर-मलकवाल के पास पलटने के बाद लगभग डेढ़ सौ फीट गहरी खाई में जा गिरी है। बलजीत राम पठानिया स्कूल की यह बस मलकवाल से ठेहड़ के पास हादसे का शिकार हुई है। घायल बच्चों को सिविल अस्पताल नूरपुर के अलावा, निजी अस्पताल पठोनकोट भेजा गया है। हादसे के कारणों का फिलहाल पता नहीं चल पाया है। लेकिन कहा जा रहा है कि अनियंत्रित होकर बस खाई में जा गिरी है।
देर रात तक जारी रहा राहत एवं बचाव कार्य
पुलिस, स्थानीय लोग, डॉक्टर्स की टीम और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल की टीमें मौके पर मौजूद हैं और बचाव कार्य देर रात तक जारी रहा। कांगड़ा के पुलिस अधीक्षक संतोष पटियाल ने बताया, घटना जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर हुई है और सूचना पाते ही मैं घटनास्थल के लिए रवाना हो गया। गौरतलब है कि यह बस वजीर राम सिंह पब्लिक स्कूल की है। ऊंचाई पर से गुजर रही बस किनारे से फिसलकर नीचे गिर गई। स्थानीय लोगों की मदद से बस में फंसे घायलों को बचाने की कोशिश की गई।
हादसे की होगी न्यायिक जांच
नूरपुर बद हादसे पर सूबे के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने दुख जताया है। साथ ही उन्होंने हादसे की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कैबिनेट मंत्री किशन कपूर को मौके के लिए रवाना किया है। साथ ही डीसी कांगड़ा से घटना को लेकर फोन पर रिपोर्ट ली है और राहत एवं बचाव कार्य को युद्धस्तर पर करवाने के निर्देश दिए हैं। हादसे पर राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि यह एक दु:खद् घटना है, जिसमें मासूम स्कूली बच्चों की जानें गई हैं।


