डेढ़ करोड़ का घोटाला, पांच पूर्व सीएमओ सहित आठ पर ईओडब्ल्यूए में मामला दर्ज
कैलारस नगर परिषद की कारगुजारी का एक ऐसा गड़बड़ झाला सामने आया है

मुरैना। कैलारस नगर परिषद की कारगुजारी का एक ऐसा गड़बड़ झाला सामने आया है। जिसमें एक रुपए का भी समान नहीं खरीदा गया इसके बावजूद भी 180 फर्जी बिल पास करके एक करोड़ 41 लाख 75 हजार 825 रुपए का भुगतान कर दिया। जब मुरैना नगर निगम के आम आदमी पार्टी के पार्षद रमेश उपाध्याय ने इस गड़बड़ झाला की शिकायत आर्थिक अपराध शाखा ग्वालियर में की तो पूरी जांच के बाद दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के तौर पर नियुक्त हुआ और उच्च न्यायालय में याचिका लगाने के बाद 1994 में पुनः बहाल हुआ द यह खुलासा हुआ।
इस भ्रष्टाचार की जांच आर्थिक अपराध शाखा के निरीक्षक डॉक्टर जय सिंह यादव द्वारा की गई उन्होंने जांच में पाया की 180 फर्जी बिल वाउचर का स्टोर रजिस्टर में रिकॉर्ड ही नहीं है और इन बिलों में दर्शी गई कोई भी सामग्री नगर परिषद में ना तो कभी आई ना इसका उपयोग किया गया इस मामले में आरक्षक प्रदीप शर्मा की शिकायत पर 2020 से 2022 तक पदस्थ रहे पूर्व सीएमओ संतोष शर्मा अमजद गाणी संतोष सहारे रामबरन राजोरिया अतर सिंह रावत और लेखपाल देव प्रकाश शर्मा और लक्ष्मण सिंह और टाइम की पर शिवकुमार शर्मा के विरुद्ध भारतीय दंड संहिता की धारा 409 420 468 471 120 बी और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धाराओं में मामला दर्ज किया है।
आर्थिक अपराध शाखा द्वारा की गई जांच में सामने आया है की कैलास नगर परिषद के इस घोटाले का मास्टरमाइंड तत्कालीन स्टोर की पर शिवकुमार शर्मा है जिसकी नौकरी भी फर्जी है शिवकुमार शर्मा नगर सुधार न्यास मुरैना में 1989 में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के तौर पर नियुक्त हुआ और 1994 तक इसी तौर पर बहस रहा शिवकुमार शर्मा आज तक नियमित नहीं हुआ लेकिन उसने फर्जी कागजात लगाकर खुद को नियमित कर्मचारी बना लिया और मुरैना से कैलास नगर परिषद में तबादला कर लिया ताकि छोटी जगह पर रहने पर उसका यह खुलासा ना हो सके।


