सावित्री बाई फुले और राकेश सचान ने थामा कांग्रेस का हाथ
बहराइच से भाजपा की बागी सांसद सावित्री बाई फुले और सपा नेता व फतेहपुर के पूर्व सांसद रकेश सचान ने शनिवार को कांग्रेस का दामन थाम लिया

नई दिल्ली। बहराइच से भाजपा की बागी सांसद सावित्री बाई फुले और सपा नेता व फतेहपुर के पूर्व सांसद रकेश सचान ने शनिवार को कांग्रेस का दामन थाम लिया। शाम को दोनों नेता पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर पहुंचे, जहां महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे।
राहुल ने उनके गले में तिरंगा पट्टा डाल कर उन्हें कांग्रेस का सदस्य बनाया। ध्यान रहे कि कुछ दिन पहले फुले ने राहुल से मुलाकात की थी, जिसके बाद से उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें थीं। चर्चा है कि आने वाले दिनों में भाजपा, सपा और बसपा के कुछ और नेता कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं।
फुले ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह दलित विरोधी है और संंविधान के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश कर रही है। साथ ही उनका कहना है कि पार्टी में रहते हुए उनकी बात कभी नहीं सुनी गई। कांग्रेस ही ऐसी पार्टी है जो भाजपा रोक सकती है,इसीलिए उन्होंने इसमें शामिल होने का फैसला लिया है। उधर सचान ने कहा है कि सपा में उनकी अनदेखी हो रही थी। जब पार्टी की कमान मुलायम सिंह यादव के हाथों में थी, तब कर्यकर्ताओं की अहमियत थी, लेकिन अब सब कुछ बदल चुका है।
सचान का कहना है कि एक वर्ष पहले उन्हें फतेहपुर से टिकट देने का भरोसा दिया गया था,लेकिन गठबंधन में यह सीट बसपा को दे दी गई है।


