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सावदी का कांग्रेस में शामिल होना ‘बड़ी भूल’ : बोम्मई

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता रहे श्री लक्ष्मण सावदी का कांग्रेस में शामिल होना उनकी बड़ी भूल है

सावदी का कांग्रेस में शामिल होना ‘बड़ी भूल’ : बोम्मई
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बेंगलुरु। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता रहे श्री लक्ष्मण सावदी का कांग्रेस में शामिल होना उनकी बड़ी भूल है।

श्री बोम्मई ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भाजपा में कई साल बिताने के बाद श्री सावदी को पार्टी के आंतरिक कहल के कारण कांग्रेस में शामिल नहीं होना चाहिए।

इसबीच कर्नाटक भाजपा प्रभारी अरुण सिंह ने कहा कि चुनाव हारने के बावजूद पार्टी ने उन्हें विधान पार्षद(एमएलसी) और उपमुख्यमंत्री बनाया।

श्री बोम्मई ने यह भी कहा कि कांग्रेस के पास 60 निर्वाचन क्षेत्रों से चुनाव लड़ने के लिए उम्मीदवार नहीं हैं और इसलिए वह अन्य दलों के उम्मीदवारों को शामिल कर रही है।

उन्होंने कहा,“उम्मीद के मुताबिक, सत्तारूढ़ दल के टिकट के लिए बहुत सारे आवेदक होंगे। उन्होंने (सावदी) कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया है क्योंकि वह उस पार्टी में भविष्य देखते हैं। पर इससे भाजपा की संभावनाओं पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हम अपना काम करेंगे। निश्चित तौर पर भाजपा की जीत होगी और जल्द ही हम तीसरी सूची जारी कर रहे हैं।”

कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा द्वारा टिकट न दिए जाने के बाद श्री सावदी ने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया। श्री महेश कुमाथल्ली अथानी से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हैं जबकि श्री सावदी इस सीट से लड़ना चाहते थे।

इससे पहले, श्री सावदी ने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं - रणदीप सिंह सुरजेवाला, डीके शिवकुमार और सिद्धारमैया के घर पर मुलाकात की और मामले पर चर्चा की।

मुलाकात के बाद श्री सावदी ने कहा कि वह अथानी सीट से चुनाव लड़ेंगे और बिना कोई शर्त रखे कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं।

श्री सावदी अथानी सीट से आधिकारिक उम्मीदवार के रूप में महेश कुमताहल्ली को भाजपा द्वारा चुने जाने पर नाराजगी जता रहे हैं। भाजपा उम्मीदवार ने 2018 में इसी सीट से कांग्रेस के टिकट पर श्री सावदी को हराया था।

एक साल बाद, कुमाताहल्ली, रमेश जरकिहोली और अन्य विधायकों के साथ, कांग्रेस से अलग हो गए और एचडी कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली जद (एस)-कांग्रेस गठबंधन सरकार को गिरा दिया।

इस भूमिका के लिए, भाजपा ने 10 मई के विधानसभा चुनाव के लिए श्री सावदी की अनदेखी करते हुए कुमताहल्ली को टिकट दिया।

श्री सावदी बीएस येदियुरप्पा के चहेते शिष्य थे और राज्य के सबसे वरिष्ठ लिंगायत नेताओं में से एक थे।

इस बीच, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि पार्टी ने सावदी को कांग्रेस में शामिल नहीं होने की सलाह दी है क्योंकि यह ‘यूज एंड थ्रो’ पार्टी है।


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