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सत्येंद्र जैन के पास 1.47 करोड़ की आय से अधिक संपत्ति

केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में दिल्ली में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी (आप)सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन, उनकी पत्नी पूनम जैन और उनके चार व्यावसायिक सहयोगी पर आरोप पत्र दाखिल किया

सत्येंद्र जैन के पास 1.47 करोड़ की आय से अधिक संपत्ति
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नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में दिल्ली में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी (आप)सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन, उनकी पत्नी पूनम जैन और उनके चार व्यावसायिक सहयोगी पर आरोप पत्र दाखिल किया है।

एजेंसी ने जैन दंपति के अलावा अजित प्रसाद जैन, वैभव जैन, सुनील कुमार जैन और आयुष जैन के खिलाफ सोमवार को आरोप पत्र दाखिल किया। एजेंसी ने मंत्री और उनके परिवार के लोगों के पास 1.47 करोड़ आय से अधिक की संपत्ति होने का दावा किया है।

श्री सत्येंद्र जैन ने 1986 में सीपीडब्ल्यूडी में एक वास्तुकला सहायक के रूप में काम शुरु किया और छह साल बाद उन्होंने यह नौकरी छोड़ दी। वह स्नातक स्तर की पढ़ाई पूरी करने के बाद 1993 में एक वास्तुकार के रूप में पंजीकृत हुए। उनकी पत्नी भी एक वास्तुकार हैं जिनके साथ वह जे जे आइडियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड नामक एक फर्म चलाते हैं। श्री जैन और उनके परिवार का प्रयास इंफो सोल्युशन प्राइवेट लिमिटेड, इंडो मेटल इम्पेक्स प्राइवेट लिमिटेड, अकिंचन डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड और मंगलायतन परियोजना प्राइवेट लिमिटेड कंपनियों में भी हिस्सेदारी और उसके शेयर हैं।

सीबीआई ने गत 14 फरवरी 2015 से 31 मई 2017 की अवधि के दौरान आरोपियों के विरुद्ध ज्ञात स्त्रोत से अधिक संपत्ति हासिले करने का मामला 24 अगस्त 2017 को दर्ज किया है और आरोप लगाया है कि श्री जैन और उनके परिवार के पास कुल 1,47,60,000 रुपये की आय से अधिक की संपत्ति है।

केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सीबीआई को पिछले साल 24 अगस्त को जांच एजेंसी की ओर से आय से अधिक संपत्ति हासिल करने को लेकर दर्ज मामले में श्री जैन पर मुकदमा चलाने को मंजूरी दे दी थी।

सीबीआई ने चार्जशीट में आरोप लगाया है कि श्री जैन आखिरी एक को छोड़कर इन सभी कंपनियों में निदेशक थे और 2013 में चुनाव से पहले इन तीन कंपनियों के निदेशक पदों से इस्तीफा दे दिया था। लेकिन उनके परिवार ने सभी चार कंपनियों में शेयर जारी रखा। सीबीआई ने खुलासा किया है कि प्रार्थना, मंगलायत और अकिंचन कंपनियों को कोलकाता स्थित शेल कंपनियों से आवास प्रविष्टियों के रूप में 1.53 करोड़ रुपये मिले।

इसबीच मुख्यमंत्री एवं ‘आप’ के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन को ‘सजा’ देने के तहत मामला दर्ज करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि उन्होंने राजधानी में अनधिकृत काॅलोनियों को नियमित करने की योजना बनाई थी।

श्री केजरीवाल ने हिंदी में ट्वीट किया, “इस बार, इन कॉलोनियों में रहने वाले लोग मोदीजी को उचित जवाब देंगे।”


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