Top
Begin typing your search above and press return to search.

अरुणाचल के लापता एवरेस्टर, सहयोगी का पता लगाने के लिए सैटेलाइट इमेजरी का उपयोग किया जा रहा

माउंट एवरेस्ट फतह करने वाले अरुणाचल प्रदेश के पहले पर्वतारोही तापी मरा और उनके सहयोगी निकू दाओ का पता लगाने के लिए सैटेलाइट इमेजरी का इस्तेमाल किया जा रहा है

अरुणाचल के लापता एवरेस्टर, सहयोगी का पता लगाने के लिए सैटेलाइट इमेजरी का उपयोग किया जा रहा
X

ईटानगर। माउंट एवरेस्ट फतह करने वाले अरुणाचल प्रदेश के पहले पर्वतारोही तापी मरा और उनके सहयोगी निकू दाओ का पता लगाने के लिए सैटेलाइट इमेजरी का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये लोग बीते 20 दिन से लापता हैं।

पूर्वी कामेंग जिले के उपायुक्त प्रविमल अभिषेक पोलुमतला ने सोमवार को कहा कि वे राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र और शिलांग स्थित उत्तर पूर्व अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र की उपग्रह इमेजरी का अध्ययन करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अभी तक इन पर्वतारोहियों के स्थान के बारे में कोई सुराग नहीं मिला है।

जिला प्रशासन लगातार मड़ा व दाव के परिजनों को ब्योरा दे रहा है।

पोलुमतला ने कहा कि श्री ने माउंट क्यारीसाटम (माउंट चिउमो) के लिए एक अभियान शुरू किया है जो भारत-तिब्बत सीमा पर 6,890 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। हालांकि, मिरा और दाओ 17 अगस्त से लापता हैं, जैसा कि अभियान के शेष छह सदस्यों द्वारा रिपोर्ट किया गया था, जो 29 अगस्त की शाम को अपने अभियान आधार शिविर से सेपा पहुंचे थे।

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश से कामेंग, कानिया और वाप्रियांग बुंग समेत सभी नदियों में पानी भर गया है। दो लापता पर्वतारोहियों का पता लगाने के लिए, मौसम साफ होने के बाद, हवाई खोज करने के लिए सेना के चार हेलीकॉप्टर स्टैंडबाय पर थे।

राज्य सरकार ने भारतीय सेना के तेजपुर मुख्यालय वाले गजराज कोर से खोज एवं बचाव अभियान में मदद मांगी है।

37 वर्षीय मिरा ने 21 मई 2009 को दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ाई की थी।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it