सरयू नदी खतरे के निशान से ऊपर, 40 गांव अभी भी बाढ़ से प्रभावित
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में सरयू नदी जल स्तर घटने के बावजूद अभी भी खतरे के बिन्दु से ऊपर है बह रही है
बस्ती। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में सरयू नदी जल स्तर घटने के बावजूद अभी भी खतरे के बिन्दु से ऊपर है बह रही है। बाढ़ से 40 गांव के नागरिक घिरे हुए है आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि नदी का जल स्तर घटने से सड़को ,बन्धो और पुलो पर शरण लिये नागरिक अपने घरो की ओर लौटने लगे है।
प्रदेश सरकार द्वारा बाढ़ पीड़ितो के राहत और सहायता के लिये दो करोड दस लाख रूपया दिया है। बाढ़ और कटान से 40 गांवों की 20 हजार से अधिक आबादी प्रभावित है। बाढ़ प्रभावित गांवों में भोजन शुद्ध पेय जल, पशुओ के चारे की समस्या बनी हुई है। सरयू नदी का जल स्तर घटने के साथ ही 15 से अधिक स्थानो पर कटान तेजी से हो रहा है।
बाघानाला,कल्याणपुर,केशवपुर,रानीपुर,कठवनिया,भदोई,पड़ाव,सहजौरा पाठक मे तेजी से कटान हो रहा है। नदी कटरिया,चान्दपुर,बांध को तेजी से काट रही है बन्धे को बचाने के लिए बाढ़ खण्ड कार्य के अधिकारी रातो दिन प्रयासरत है। कटान स्थल पर बोल्डर ईट के टुकड़े और बालू की बोरिया डाली जा रही है। सरयू नदी बीडी बन्धे से कई स्थानो पर सट कर बह रही है। नदी का दबाव बीडी बन्धे पर निरन्तर बना हुआ है।
चांदपुर गांव के निकट कटान रोकने के लिए बनाया गया बल्ली पाइलिंग का दायरा बढा कर 700 मीटर कर दिया गया है लेकिन कटान रोकने मे सफलता नही मिल पा रही है। बाढ़ खंड कार्य के सूत्रो ने बताया है कि नदी का जलस्तर घटने के बाद कटान रोकने मे सफलता मिल जायेगी। बाढ़ क्षेत्र मे राहत और सहायता का कार्य तेजी से चल रहा है 26 सौ परिवारो को राहत सामग्री बाटी गयी है।
प्रत्येक परिवार को दस किलो चावल, दो किलो दाल ,आधा किलो नमक, दस किलो आलू , एक पैकेट माचिस,एक पैकेट मोमबत्ती, दस पैकेट विस्कुट, दस क्लोरिन की गोली, पांच लीटर मिटटी का तेल, दो किलो भुना चना, मसाला,समेत सोलह सामानों का पैकेट दिया गया है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में उपचार के लिए 12 मेडिकल टीम तथा पशुओं के उपचार के लिए 19 पशुचिकित्सको की टीम तैनात किया गया है।


