सरपंच, सचिव ने प्रधानमंत्री आवास नहीं दिया, आत्मदाह की चेतावनी
आज बिलासपुर कलेक्टर कार्यालय के मंथन सभा कक्ष में लगने वाले जनदर्शन के कार्यक्रम में एक ऐसा आवेदन आया

कलेक्टर से दूसरी बार की फरियाद
रतनपुर। आज बिलासपुर कलेक्टर कार्यालय के मंथन सभा कक्ष में लगने वाले जनदर्शन के कार्यक्रम में एक ऐसा आवेदन आया। जिसमें आवेदक नें पंचायत प्रतिनिधि के दवारा पंचायत में किये जा रहे शासन की योजनाओं के तहत निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की बार बार शिकायत किये जाने के बाद भी अधिकारियों द्वारा जांच नहीं किये जाने से क्षुब्ध था। जिसके चलते उसने जनदर्शन कार्यक्रम में दिये आवेदन परए मंगलवार शाम चार बजे तक जांच नहीं किये जाने पर सपरिवार आत्मदाह की चेतावनी दी है एवहीं आवेदन मिलने के बाद से जिला प्रशासन में हडकंप मचा हुआ है।
इस मामले में मिली जानकारी के अनुसार बताया जा रहा है कि आवेदक तीजराम सूर्या के कथनानुसार आवेदक बिल्हा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत गढ़वट का निवासी है ।उसका आरेाप है कि ग्राम पंचायत में शौचालय निर्माण एवं प्रधानमंत्री आवास योजना में ग्राम पंचायत गढवट के सरपंच कपिल कश्यप, सचिव प्रति बैश्य एसीईओ राधेश्याम नायक, इंजीनियर महेश तिवारी, आवास मित्र एवं ठकेदार द्वारा मिली भगत कर व्यक्तिगत लाभ लेने के लियेअविवाहित अपात्र व्यक्तियों के नाम से प्रधानमंत्री आवास का निर्माण किया गया है तथा पुराने शौचालय को रंग रोगन करके नया शौचालय के रुप में स्थापित किया गया है। वहीं मृतक व्यक्तियों के नाम पर शौचालय की राशि आहरित की गई है। साथ ही दो वर्ष पूर्व आधे अधूरे मकान को प्रधानमंत्री आवास की राशि आहरण की गई । वही मजदूरों की मजदूरी भी हड़प ली गई है। इस पूरे कार्य में हितग्राही को धोखे में रखकर काम किया गया है। पंचायत में स्वीकृत प्रधानमंत्री आवास निर्माण में बरती गई लापरवाही और भ्रष्टाचार की वजह से आवास की छत टपक रही है। जो कभी भी भरभराकर गिर सकती है। उसका आरोप है कि इस बात की लिखित शिकायत जिला पंचायत एकमिश्नर, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक को बार बार किये जाने के बाद भी अधिकारियों नें किसी प्रकार की कोई जांच नहीं की। उसका आरोप है कि अधिकारियों ने भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते हुए आम जनता के साथ विश्वाधात किया है। इससे क्षुब्ध होकर ए मौका देते हुए बिलासपुर कलेक्टर कार्यालय के जन दर्शन में आवेदन दिया हूँ यदि मंगलवार शाम चार बजे तक जांच कार्यवाही नहीं की गई तो पुरा परिवार सहित आत्मदाह कर लूंगा।
इससे साफ जाहिर होता है कि एक आदमी ग्राम पंचायत में कराये जा रहे शासन की योजनाओं पर भ्रष्टाचार की शिकायत करता है । तब भी अधिकारी अपने कर्तव्यों का पालन करने की बजाय जनपद अधिकारी सहित तमाम भ्रष्ट लोगों को बचाने के लिए शिकायत पर कोई कार्यवाही नहीं करते। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि एक आम आदमी लोक सुराज ग्राम सुराज और जनदर्शन जैसे शासन के कार्यक्रम में शिकायत कर परिवार सहित आत्मदाह की चेतावनी देने मजबूर है ।
वहीं जिम्मेदार अधिकारियों के प्रभावकारी नियंत्रण के अभाव, कम जवाबदेही, लचीलापन, उचित ढंग का कार्य कराने में नाकाम,साबित हो रहे हैं। ऐसे में प्रशासनिक क्षेत्र में सरकार को सुधार करने की आवश्यकता है।


