जनपद कार्यालय में व्याप्त भर्राशाही से सरपंच परेशान
हितग्राहीमूलक कार्यो की देखरेख करने वाली ग्रामीणों के हितो से जुड़ी विभाग बेमेतरा का जनपद कार्यालय के कर्मचारियों के अवकाश एवं विभागीय प्रशिक्षण के कारण दर्जनों की संख्या में कार्य प्रभावित हो रहे हैं
बेमेतरा। हितग्राहीमूलक कार्यो की देखरेख करने वाली ग्रामीणों के हितो से जुड़ी अहम विभाग बेमेतरा का जनपद कार्यालय के कर्मचारियों के अवकाश एवं विभागीय प्रशिक्षण के कारण दर्जनों की संख्या में हितग्राहीमूलक कार्य प्रभावित हो रहे है।
वहीं कर्मचारियों के मन मर्जी स्वभाव के कारण दूर दराज से आये गांव के गरीब मजदूर एवं सरपंच व अन्य जन प्रतिनिधि अपने कार्यों के लिये भटकते नजर आते है।
इस संबंध में प्राप्त जानकारी के अनुसार बेमेतरा जनपद में कार्यरत कर्मचारियों की कमी के बावजूद उपस्थित कर्मचारी अवकाश पर चले जाते है।
वर्तमान में गिने चुने कर्मचारियों के भरोसे चलने वाले जनपद में हितग्राही मूलक काम काज एवं अन्य जानकारी के लिये कार्यालय पहुंचने वाले लोगों को सरकार की योजनाओं की जानकारी व लाभ लेने के लियेे भारी मशक्कत करनी पड़ रही है।
हमेशा सुर्खियों में रहने वाला बेमेतरा जनपद में सरपंचो एवं कर्मचारियों के मध्य समय सीमा में कार्य नही होने के कारण अनावश्यक विवाद व कहा सुुनी हो जाना सामान्य सी बात हो गयी है। यह केवल सरपंचो व अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ ही न होकर, क्षेत्र के गरीब परिवार के हितग्राहीमूलक योजनाओं के संबंध में जानकारी लेने वाले सुदूर गांव के बूजुर्गो को भी आये दिन भटकना पड़ता है।
नाम न छापने की शर्त पर क्षेत्र के एक सरपंच ने बताया कि ग्राम पंचायतो में निर्माण कार्य कराने के बाद भुगतान के नाम पर उपयंत्रीयो के आगे पीछे घुमाये जाने की पुरानी परम्परा को लेकर सरपंचो मे चर्चा होने लगी है। विदित हो कि राज्य एवं केन्द्र सरकार दर्जन भर से अधिक आवश्यकता पर आधारित कार्यो का लाभ हितग्राहीयों को मिलना है।
वे लगातार जनपद सीईओ से प्रत्यक्ष मुलाकात कर अपनी समस्याओं से रूबरू कराना चाह रहे है किन्तु पी.एम. आवास योजना स्वाच्छ भारत अर्न्तगत एवं मनरेगा के तहत शौचालय निर्माण जैसे विभिन्न प्रकार के पेंशन राशि बैंक से लोन संबंधी मतस्य विभाग से फायदा के लिये भटकने वाले ग्रामीण हितग्राही एवं मजदुरी की राशि के नाम पर जनपद कार्यालय का चक्कर लगाने वाले ग्रामीणो की रूचि लेने वाला भी कोई ओहदेदार अफसर भी नही मिलने नये सीईओ दुर्ग निमोरा स्थित प्रशिक्षण केन्द्र मं है। जिसके कारण बेलगाम कर्मचारी केवल टाईम पास करने में लगे हुए है।


