'संगवारी ने खत्म कराया 12 वर्षों का सामाजिक बहिष्कार
शराब पीने पर समाज के द्वारा लगाये गये 5 सौ रुपए के दंड का भुगतान न करने पर 12 वर्षों से सामाजिक बहिष्कार....

कोरबा-कोरबी-चोटिया। शराब पीने पर समाज के द्वारा लगाये गये 5 सौ रुपए के दंड का भुगतान न करने पर 12 वर्षों से सामाजिक बहिष्कार झेल रहे एक परिवार को समाज में शामिल करने की पहल संगवारी पुलिस ने की। समाज ने मान लिया है कि दंड का भुगतान करने के साथ ही उसका सामाजिक बहिष्कार वापस ले लिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार पोड़़ी उपरोड़ा विकासखंड के ग्राम दमहामुड़ा में निवासरत गोड़ समाज के लोगों ने अपना सामाजिक नियम पिछले 15 वर्षों से बना रखा है कि जो भी शराब पीकर गांव में हुल्लड़ करेगा, उस पर जुर्माना किया जाएगा। 12 साल पहले दमहामुड़ा निवासी एवं प्रधान पाठक वेग सिंह गोड़ जो कि अब रिटायर हो चुका है, ने शराब पीकर गली में गाली गलौच किया था। पंचायत ने वेग सिंह पर 500 रूपये अर्थदण्ड किया था जिसका भुगतान नहीं किया गया। तब से लेकर आज तक वेग सिंह और उसके परिजन गोड़ समाज से बहिष्कृत हैं। गोड़ समाज के द्वारा इस परिवार के सदस्यों से सभी तरह की सामाजिक नातेदारी तोड़ ली गई है।
दमहामुड़ा में जिला पुलिस अधीक्षक डी श्रवण, एएसपी तारकेश्वर पटेल के निर्देश पर लगाये गये संगवारी अभियान चलित थाना में यह मामला वेग सिंह के पुत्र अरविंंद गोड़ अधिवक्ता के द्वारा लाया गया। कोरबी पुलिस चौकी प्रभारी डीआर मनहर ने इसे गंभीरता से लेते हुए उपस्थित ग्रामीणों व गोड़ समाज के लोगों से कहा कि किसी भी तरह का बहिष्कार नहीं किया जा सकता। उन्होंने समझाईश देते हुए समाज के लोगों को राजी किया और अरविंंद ने अपने पिता पर किये गये जुर्माना की राशि 500 का भुगतान करना स्वीकार किया।
समाज के लोगों ने आगामी दिनों में बैठक कर उक्त राशि लेकर अरविंद और उसके परिवार की समाज में वापसी करा लेने का आश्वासन चौकी प्रभारी को दिया है। संगवारी चलित थाना में चौकी प्रभारी श्री मनहर द्वारा ग्रामीणों को नई शराब नीति से अवगत कराते हुए अवैध शराब नहीं बेचने की हिदायत दी गई। मालवाहक वाहनों में सवारी नहीं बिठाने कहा गया, बैंक का अधिकारी बताकर एटीएम से होने वाली ठगी, मोबाईल से ईनाम का लालच देकर ठगी के प्रति जागरूक किया गया। शिविर में सरपंच बारेलाल, चौकी स्टाफ व बड़ी संख्या में ग्रामवासी शामिल हुए।
जमीन विवाद निपटाकर दिलाया जेसीबी का किराया
चलित थाना में ग्रामीण बृजेन्द्र कुमार गोड़ व सेवाराम सारथी के मध्य जमीन विवाद का मामला सुलझाया गया व जेसीबी का किराया भी दिलवाया। कोरबी चौकी प्रभारी ने बताया कि दोनों ग्रामीण शासकीय जमीन पर कब्जा कर खेत बनाकर वर्षों से जोत-बो रहे थे। सेवाराम ने चट्टान को काटकर खेत का दायरा बढ़ा लिया था और खेत में पानी गिरने से बने बड़े गड्ढे को पाटकर उपयोग करने लायक बनाया। सेवाराम ने जेसीबी लगवाकर यह कार्य कराया जिसके एवज मेंं 3200 मजदूरी जेसीबी वाले को दी गई। इसी दौरान यहां बगल में ही बृजेन्द्र की भी जमीन होने से उसने उक्त गड्ढा को अपना बताकर विवाद शुरू कर दिया और दीवार खड़ी कर दी।
सेवाराम ने भी इसके बगल में अपनी दीवार खड़ी करवा दी और विवाद की स्थिति में जेसीबी वाले को दी गई मजदूरी उससे वापस ले ली। इधर बृजेन्द्र ने इसकी शिकायत पुलिस से की कि सेवाराम ने जेसीबी चलवाकर उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। आज चलित थाना में दोनों पक्ष को तलब कर विवाद का निपटारा करते हुए सेवाराम द्वारा जेसीबी चालक से वापस लिये गये 3200 रूपये को दिलवाया गया। दोनों की जमीन पर खड़ी दीवार में मार्किंग कर सीमांकन किया गया और भविष्य में दोबारा विवाद नहीं करने की समझाइश दी गई।


