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ईडी के बारे में झूठ फैलाने वाले संजय सिंह बताएं कि रेस्टोरेंट मालिकों से 82 लाख रूपया लिया था या नहीं : मीनाक्षी लेखी

भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए मीनाक्षी लेखी ने कहा कि आम आदमी पार्टी झूठ फैलाने का प्रयास करती है और कभी भी उन सवालों का सीधा जवाब नहीं देती है जो इनसे पूछे जाते हैं

ईडी के बारे में झूठ फैलाने वाले संजय सिंह बताएं कि रेस्टोरेंट मालिकों से 82 लाख रूपया लिया था या नहीं : मीनाक्षी लेखी
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नई दिल्ली। आबकारी घोटाले और ईडी की चार्जशीट के मामले में आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच जारी राजनीतिक घमासान में उतरते हुए केंद्रीय मंत्री और नई दिल्ली से भाजपा लोक सभा सांसद मीनाक्षी लेखी ने आप नेताओं पर सवालों का सीधा जवाब नहीं देने का आरोप लगाते हुए यह पूछा है कि ईडी की माफी की मांग को लेकर झूठ फैलाने वाले संजय सिंह यह बताएं कि दिनेश अरोड़ा के जरिए रेस्टोरेंट मालिकों से 82 लाख रूपया लिया था या नहीं ?

भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में मीडिया से बात करते हुए मीनाक्षी लेखी ने कहा कि आम आदमी पार्टी झूठ फैलाने का प्रयास करती है और कभी भी उन सवालों का सीधा जवाब नहीं देती है जो इनसे पूछे जाते हैं। लेखी ने कहा कि जांच एजेंसी ईडी की दूसरी चार्जशीट में चार जगह संजय सिंह का नाम आया है। इसमें से तीन जगह संजय सिंह का नाम ठीक है। एक जगह गलती से ईडी ने इसमें राहुल सिंह की जगह संजय सिंह का नाम लिखा दिया था, जो कि ईडी की तरफ से टायपो एरर था। जांच एजेंसी को जैसे ही अपनी गलती का पता लगा उसने 20 अप्रैल को खुद से ही अदालत को इसकी जानकारी देते हुए इस गलती को ठीक करने की अनुमति मांगी, लेकिन इस तथ्य को छुपाते हुए संजय सिंह ने 22 अप्रैल को मानहानि का नोटिस दिया और अब आप नेता यह झूठा प्रचार कर रहे हैं कि ईडी ने माफी मांगी है।

लेखी ने केजरीवाल द्वारा कराए गए अपने बंगले के सौंदर्यीकरण को नैतिक और कानूनी दोनों रूप से गलत बताते हुए यह भी कहा कि यह नैतिक दोगलापन और कानून के उल्लंघन का मामला है। एक तरफ केजरीवाल ने कहा था कि मैं बहुत साधारण जिंदगी बिताऊंगा और कुछ नहीं लूंगा लेकिन इन्होने खुद के लिए 7-स्टार सुविधाएं बनाने का काम किया। इन्होने कोविड के ऐसे समय पर 45 करोड़ रुपये खर्चे किए जब एक-एक रुपया बचाने की जरूरत थी। डीयूएसी से इन्होने कोई अनुमति नहीं ली, 45 करोड़ रुपये का कोई टेंडर नहीं निकाला, तमाम नियम और कायदे-कानून का उल्लंघन करते हुए यह काम किया जो कि अपने आप में एक घोटाला है।


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