सेमटाइम कंपनी ने की 100 करोड़ की ठगी
पुस्तकों की स्केनिंग का ठेका देने वाली निजी कंपनी ने शहर के डेढ़ हजार से अधिक लोगों के करीब 100 करोड़ रूपए जमा कराने के बाद सेमटाईम कंपनी कार्यालय में ताला लगाकर फरार हो गई.......
गूगल के लिए ई-बुक तैयार करने का दिया झांसा
बिलासपुर। पुस्तकों की स्केनिंग का ठेका देने वाली निजी कंपनी ने शहर के डेढ़ हजार से अधिक लोगों के करीब 100 करोड़ रूपए जमा कराने के बाद सेमटाईम कंपनी कार्यालय में ताला लगाकर फरार हो गई। बताया जाता है कि इंदू चौक में स्थित कंपनी का मुख्यालय गुड़गांव में है। सेल टाईम कंपनी के मनैजर आशिष सिन्हा के खिलाफ सिविल लाइन पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उसकी तलाश में लगी हुई है। वहीं कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों ने भी पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव को ज्ञापन सौपकर कंपनी संचालक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
सिविल लाइन थाना प्रभारी नसर सिद्दीकी ने बताया कि जरहाभाठा इंदू चौक स्थित सेमटाइम कंपनी ने गूगल के लिए देशी विदेशी पुस्तकों की स्कैनिंग कर पीडीएफ फाइल बनाने का ठेका के नाम पर शहर में रहने वाले लोगों को लाभ कमाने का लालच देकर प्रति कापी 6 रूपए मिलने की बात कहकर सैकड़ों लोगों को कंपनी से जोड़ लिया। लाभ कमाने के चक्कर में शहर के कई करोड़पति भी जुड़ गए और लाखों रूपए कंपनी में पीडीएफ बनाने के लिए लगा दिए।
जब कंपनी के खाते में 100 करोड़ के लगभग आ गए तो कंपनी संचालक कार्यालय में ताला लगाकर फरार हो गया। कंपनी के कर्मचारी जब सोमवार को काम करने दफ्तर पहुंचे तब वहां उन्होंने देखा कि कार्यालय बंद है। उसमें ताला लगा हुआ है। उसके बाद कंपनी के कर्मचारियों ने सायबर सेल पहुंचकर पूरे मामले की जानकारी दी। आज कंपनी में 55 लाख लगाने वाले सूर्या हाटल के संचालक सुनील छाबड़ा सिविल लाइन थाना पहुंचे और मामला दर्ज कराया। उन्होंने बताया कि पीडीएफ बनाने के नाम पर उन्होंने 55 लाख रूपए कंपनी मेंं जमा किए हैं।
उसके बाद शहर के बड़े-बड़े 30 से ज्यादा रसूखदारों ने कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। सिविल लाइन पुलिस धारा 420, 406 407 के तहत मामला दर्ज कर जांच में लगी हुई है।


