सांभर झील क्षेत्र को पर्यटन केन्द्र के रुप में विकसित किया जायेगा
राजस्थान सरकार के उद्योग विभाग के आयुक्त डॉ. कृृष्णाकांत पाठक ने कहा है कि सांभर झील क्षेत्र को पर्यटन केन्द्र के रुप में भी विकसित किया जाएगा

जयपुर । राजस्थान सरकार के उद्योग विभाग के आयुक्त डॉ. कृृष्णाकांत पाठक ने कहा है कि सांभर झील क्षेत्र को पर्यटन केन्द्र के रुप में भी विकसित किया जाएगा।
डा़ पाठक ने उद्योग भवन में सांभर साल्ट के मुख्य प्रबंधक निदेशक एके जैन के साथ राजकीय उपक्रम सांभर साल्ट की आज हुई बोर्ड की बैठक में संबोधित करते हुए कहा कि सांभर झील में नमक उत्पादन के साथ ही इस क्षेत्र की ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्व को देखते हुए पर्यटन केन्द्र के रुप में भी विकसित किए जाने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि एक और कई जिलों तक विस्तारित झील, विदेशी पक्षियों का डेरा, देवयानी एवं शाकंभरी मां के मंदिर और पास ही दादूपंथियों के संत दादूदयाल की तपस्थली है, दूसरे यह राजधानी जयपुर के पास है, लिहाजा पर्यटन की दृृष्टि से यह महत्वपूर्ण स्थान बन सकता है।
डा़ पाठक ने बताया कि इसकी लोकप्रियता और दर्शनीय स्थल का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि यहां पर जानी मानी फिल्मों का छायांकन हो रहा है। उन्होंने कहा कि इसके लिए सांभर झील क्षेत्र में सस्ते आवास, भोजन सामग्री, घुमाने के लिए रेल या अन्य सुविधा और बच्चों के लिए अन्य आकर्षक विकसित किए जा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इससे नमक के साथ ही सांभर साल्ट को अतिरिक्त आय हो सकेगी।
सांभर साल्ट के सीएमडी एके जैन ने बताया कि सांभर साल्ट में रेल्वे ट्रेक उपलब्ध है और ट्रेन भी करीब तैयार है, ऐसे में अन्य सुविधाएं विकसित करके राजधानी के पास ही पर्यटन का प्रमुख केन्द्र बन जाएगा।
उपनिदेशक के के पारीक ने बताया कि सांभर साल्ट में 2.60 लाख टन से अधिक उत्पादन हो रहा है। उन्होंने बताया कि लागत कम करके मुनाफा बढ़ाया जा सकता है।


