प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिए जाने पर बोलीं- प्रियंका, डॉक्टरों को झूठा PR नहीं, सम्मान और हक चाहिए
नीट-पीजी काउंसलिंग में देरी को लेकर विभिन्न अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने सफदरजंग अस्पताल से मार्च निकाला

नई दिल्ली। नीट-पीजी काउंसलिंग में देरी को लेकर विभिन्न अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने सफदरजंग अस्पताल से मार्च निकाला। बार-बार नीट की परीक्षा में देरी के लिए डॉक्टर सुप्रीम कोर्ट तक प्रदर्शन करना चाह रहे थे, हालांकि पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया। पुलिस ने इस दौरान प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। पुलिस की कार्रवाई पर प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि कोरोना के समय में इन युवा डॉक्टरों ने अपनों से दूर रहकर पूरे देश के नागरिकों का साथ दिया।
अब समय है पूरा देश डॉक्टरों के साथ खड़े होकर इन पर पुलिस बल प्रयोग करने वाले व इनकी मांगों को अनसुना करने वाले नरेंद्र मोदी जी को नींद से जगाए। प्रियंका गांधी ने कहा कि डॉक्टरों को झूठा PR नहीं, सम्मान और हक चाहिए।
कोरोना के समय में इन युवा डॉक्टरों ने अपनों से दूर रहकर पूरे देश के नागरिकों का साथ दिया।
अब समय है पूरा देश डॉक्टरों के साथ खड़े होकर इन पर पुलिस बल प्रयोग करने वाले व इनकी मांगों को अनसुना करने वाले @narendramodi जी को नींद से जगाए
डॉक्टरों को झूठा PR नहीं, सम्मान व हक चाहिए। pic.twitter.com/FG04p4U98o
फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने प्रदर्शन के दौरान पुलिस के जरिए बर्बरता का दावा किया। फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (एफओआरडीए) ने चिकित्सा बिरादरी के इतिहास में काला दिन कहा। एफओआरडीए ने पुलिस कार्रवाई की निंदा की और घोषणा की कि आज से सभी स्वास्थ्य संस्थान पूरी तरह से बंद रहेंगे।
वहीं एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि हम नीट 2021 काउंसलिंग में देरी का विरोध कर रहे थे, उसी वक्त दिल्ली पुलिस ने सुप्रीम कोर्ट तक मार्च कर रहे कई रेजिडेंट डॉक्टरों को हिरासत में लिया।


