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शिअद कार्यकर्ता 26 मई को अपने घरों पर काले झंडे फहराएं: सुखबीर सिंह बादल

शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील कीहै कि वह 26 मई को अपने घरों पर काले झंडे फहराएं

शिअद कार्यकर्ता 26 मई को अपने घरों पर काले झंडे फहराएं: सुखबीर सिंह बादल
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आदमपुर। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त करते हुए पार्टी कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वह 26 मई को अपने घरों पर काले झंडे फहराएं।

बादल यहां राज्य में शिरोमणि समिति द्वारा कालरा गांव के गुरु नानक संगत अस्पताल में शुरू किए गए ऑक्सीजन सांद्रता के साथ 25 बेड की सुविधा वाले आठवें कोविड देखभाल केंद्र का उद्घाटन करने आए थे। उन्होंने तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने की मांग करते हुए उन किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त की जो पिछले छह महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। शिअद अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से किसानों की सभी शिकायतों के समाधान के लिए तुरंत बात करने का अनुरोध करते हुए कहा कि लोकतंत्र में अहंकार की कोई गुंजाइश नहीं है और केवल तानाशाहों ने लोगों के प्रति अड़ियल रवैया अपनाया है।

यह स्पष्ट करते हुए कि कोई भी देश अपने किसानों के साथ भेदभाव करके आगे नहीं बढ़ सकता, अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि तीन कृषि कानूनों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद की मांग को लेकर किसान छह महीने से दिल्ली की सीमाओं पर दुर्गम परिस्थितियों में धरने पर बैठे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों की बात सुनने और उनकी शिकायतों को दूर करने के बजाय चार महीने पहले उनसे बातचीत तोड़ दी थी और उन्हें थका कर आंदोलन को खत्म करने की पूरी कोशिश की जा रही है।

उन्होंने कहा,“मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि शिअद किसानों और गरीबों की प्रतिनिधि पार्टी है और हमेशा उनका समर्थन करने के लिए खड़ी रहेगी। मैं पार्टी कार्यकर्ताओं से 26 मई को अपने घरों पर काले झंडे फहराने का आग्रह करता हूं ताकि किसान समुदाय के लिए न्याय की मांग की जा सके।

शिअद अध्यक्ष ने कोविड महामारी के बारे में कहा कि पंजाब को केंद्र और राज्य में कांग्रेस सरकारों ने नुकसान पहुंचाया गया है। उन्होंने कहा कि उच्च मृत्यु दर के बावजूद केंद्र राज्य को आवश्यक टीके उपलब्ध कराने में विफल रहा है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार अभी भी नींद की स्थिति में है। पंजाब को इस समय एक साहसिक नेतृत्व की जरूरत है। उन्होंने कहा,“ मैं मुख्यमंत्री से सबसे अधिक प्रभावित जिलों का दौरा करने और अपने मंत्रियों को ऑक्सीजन की कमी, दवाओं और गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा देखभाल जैसे मुद्दों को हल करने के लिए लोगों से सीधे जुड़ने का निर्देश देने का आग्रह करता हूं।”

श्री बादल ने कहा कि कांग्रेस सरकार को अपनी प्राथमिकताओं को रीसेट करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पूरा ध्यान स्वास्थ्य देखभाल सुविधाओं के उन्नयन के लिए धन उपलब्ध कराने पर होना चाहिए। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि ऐसा नहीं हो रहा है। पहले जब जरूरत होती थी तो सरकार छात्रों को स्कूल यूनिफॉर्म नहीं देती थी लेकिन अब जब स्कूल बंद हैं तो सरकार ने इसके लिए 90 करोड़ रुपये की अनुमति दी है। उन्होंने कहा कि सरकार को अभी कोविड के संकट से लड़ने के लिए सभी उपलब्ध संसाधनों को जुटाना चाहिए।

श्री बादल ने कहा कि शिअद कार्यकर्ताओं ने 20 निर्वाचन क्षेत्रों में ऑक्सीजन सेवा शुरू की है, जबकि 65 निर्वाचन क्षेत्रों में कोविड रोगियों और उनके परिवारों को कवर करने के लिए लंगर सेवा की जा रही है। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी टीकों की व्यवस्था करने में सफल रही है और जल्द ही टीकाकरण अभियान शुरू करेगी।


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