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वीर जवानों का बलिदान 'भारत-बांग्लादेश मैत्री' का आधार है : रक्षा राज्य मंत्री

वर्ष 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में अपने प्राण न्योछावर करने वाले भारतीय सैनिकों को गुरुवार को दिल्ली में श्रद्धांजलि दी गई

वीर जवानों का बलिदान भारत-बांग्लादेश मैत्री का आधार है : रक्षा राज्य मंत्री
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नई दिल्ली। वर्ष 1971 के बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में अपने प्राण न्योछावर करने वाले भारतीय सैनिकों को गुरुवार को दिल्ली में श्रद्धांजलि दी गई। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने 26 अक्टूबर को बांग्लादेश उच्चायोग द्वारा नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में इन वीर जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित की।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश के इन वीर जवानों का योगदान भारत और बांग्लादेश के इतिहास को आकार देने में 'भारत-बांग्लादेश मैत्री' का आधार है। अजय भट्ट ने कहा कि 'मैत्री, बंधुत्व, अनुग्रह' - ये सभी भारत तथा बांग्लादेश के नागरिकों के बीच भाईचारे के संबंधों को परिभाषित करने वाले शब्द हैं।

उन्होंने कहा कि वे एक स्थिर संबंध को परिभाषित करते हैं, जो 1971 में बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के मुक्तिजोद्धाओं की वीरता एवं बलिदान से प्रेरित और दोनों देशों के लोगों के बीच घनिष्ठता व सांस्कृतिक संबंधों में दृढ़ता से निहित है।

रक्षा राज्य मंत्री ने बांग्लादेश द्वारा अपनी स्वाधीनता के लिए किये गए संघर्ष को समकालीन इतिहास के महान आंदोलनों में से एक करार दिया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम के आदर्शों ने भारत और बांग्लादेश के बीच संबंधों की आधारशिला रखी है, जिसे बेहतर बनाए रखा जाना चाहिए, संजोया जाना चाहिए, आगे के लिए विस्तार दिया जाना चाहिए और युवा पीढ़ी तक पहुंचाया जाना चाहिए।

अजय भट्ट ने कहा कि भारतीय सेना ने बांग्लादेश युद्ध के दौरान एक अच्छे कार्य के लिए बांग्लादेश के मुक्तिजोद्धाओं के साथ मिलकर लड़ाई लड़ी। इन मुक्तिजोद्धाओं ने कई वर्षों तक दोनों देशों के बीच एक सेतु के रूप में कार्य किया है।

उन्होंने कहा कि हम रेल, सड़क और जलमार्गों को आधुनिक बनाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं, जो पारंपरिक रूप से दोनों तरफ के लोगों एवं अर्थव्यवस्थाओं को जोड़ते हैं। भट्ट ने कहा कि नई परियोजनाएं स्थापित करने पर भी काम चल रहा है। भारत की सहायता से कई विकासात्मक परियोजनाएं कार्यान्वित हो चुकी हैं और कुछ अन्य भी जल्द ही पूरी हो जाएंगी।

रक्षा राज्य मंत्री ने भारत और बांग्लादेश के आपसी रक्षा संबंधों के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि भारत तथा बांग्लादेश के बीच सशस्त्र बलों के बीच सहयोग, प्रशिक्षण, छात्रवृत्ति एवं क्षमता निर्माण सहित सभी क्षेत्रों में सशक्त सहयोग है। हमारे दोनों देशों के पास आपसी आदान-प्रदान को वृहद करने और दोनों पक्षों के रक्षा बलों के बीच सहयोग के अवसरों का उपयोग करने के क्षेत्रों में अपार संभावनाएं एवं अवसर हैं।

अजय भट्ट ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा बांग्लादेश सरकार को दी गई 500 मिलियन अमरीकी डॉलर की रक्षा एलओसी का उपयोग भी बढ़ चुका है।


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