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स्पेन को शूट कर रूस क्वार्टरफाइनल में

विश्व कप की सबसे निचली रैंकिंग की टीम रूस ने पेनल्टी शूटआउट में पूर्व चैंपियन स्पेन को रविवार को 4-3 से शूट कर पहली बार फीफा विश्व कप फ़ुटबाल टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया

स्पेन को शूट कर रूस क्वार्टरफाइनल में
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मास्को। विश्व कप की सबसे निचली रैंकिंग की टीम रूस ने पेनल्टी शूटआउट में पूर्व चैंपियन स्पेन को रविवार को 4-3 से शूट कर पहली बार फीफा विश्व कप फ़ुटबाल टूर्नामेंट के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया।

विश्व कप में कई बड़े उलटफेर के सिलसिले में विश्व की नंबर एक टीम तथ गत चैंपियन जर्मनी, दो बार के चैंपियन अर्जेंटीना के बाद अब 2010 की चैंपियन टीम स्पेन भी विश्व कप से बाहर हो गयी।

निर्धारित समय तक मुकाबला 1-1 से बराबर रहने के बाद अतिरिक्त समय का सहारा लिया गया लेकिन इस समय भी कोई गोल नहीं होने के बाद पेनल्टी शूटआउट का सहारा लिया गया जिसमें रूस ने 4-3 से बाजी मार कर नया इतिहास रच दिया। रूस ने रूस के रूप में पहली बार विश्व कप के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लिया।

विश्व कप के इतिहास का यह 27 वां पेनल्टी शूटआउट था और यह पांचवां मौका है जब मेजबान टीम ने पेनल्टी शूटआउट में बाजी मारी है।

रूस का क्वार्टरफाइनल में क्रोएशिया और डेनमार्क के बीच राउंड 16 के मैच के विजेता से मुकाबला होगा।रूस ने पूरे मैच में 2010 के चैंपियन स्पेन को गोल करने का कोई मौका नहीं दिया। स्पेन का गोल रूस का आत्मघाती गोल था और रूस ने पेनल्टी पर बराबरी हासिल की थी।

इस जीत के बाद रूस के गोलकीपर इगोर एकीनफीव देश के नए हीरो बन गए। उन्होंने कोके और लागो अस्पास की पेनल्टी को बचाया। 120 मिनट के रोमांचक संघर्ष के बाद एकीनफीव ने जैसे ही स्पेन की आखिरी पेनल्टी बचायी पूरे देश में जश्न मनना शुरू हो गया।
स्पेन का इस हार के बाद विश्व कप या यूरो कप में मेजबान को कभी न हरा पाने का रिकॉर्ड बरकरार रहा। स्पेन ने 12 वें मिनट में बढ़त बनायीं जब 38 वर्षीय सर्जेई इग्नेशेविच एक फ्री किक को अपनी एड़ी से अपने ही गोल में मार बैठे। यह इस विश्व कप का 10 वां आत्मघाती गोल था।

स्पेन ने मैच पर नियंत्रण बनाया लेकिन अपनी बढ़त को मजबूत नहीं कर पाए। रूस ने भी स्पेन का डटकर मुकाबला किया और 41वें मिनट में गेरार्ड पिक के हैंडबॉल करने से उसे पेनल्टी मिल गयी।

फॉरवर्ड अर्टेम ज्यूबा ने पेनल्टी को गोल में पहुंचाया और रूस को बराबरी दिला दी। ज्यूबा का टूर्नामेंट का यह तीसरा गोल था और इसके साथ ही लुजनिकी स्टेडियम में 78,000 दर्शक रूसी टीम के समर्थन में शोर मचाने लगे। रूस ने इस समर्थन से 120 मिनट तक स्पेन को रोके रखा और शूटआउट में इतिहास रच दिया।


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