रूस बहुत बड़ा है, इसे प्रतिबंधों से अलग-थलग करना संभव नहीं : क्रेमलिन
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने शनिवार को मीडिया को बताया कि पश्चिमी प्रतिबंधों का यह मतलब नहीं है कि रूस वास्तव में अलग-थलग पड़ जाएगा, क्योंकि दुनिया और खुद रूस बहुत बड़ा है

नई दिल्ली। क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने शनिवार को मीडिया को बताया कि पश्चिमी प्रतिबंधों का यह मतलब नहीं है कि रूस वास्तव में अलग-थलग पड़ जाएगा, क्योंकि दुनिया और खुद रूस बहुत बड़ा है। आरटी के मुताबिक, पेसकोव ने कहा कि यूक्रेन पर हमले के बाद 'रिश्तों की नामंजूरी' और यूरोप, अमेरिका, कनाडा, जापान और अन्य द्वारा प्रतिबंध लगाने की शुरुआत किए जाने का यह मतलब नहीं है कि रूस अलग-थलग पड़ जाएगा।
24 फरवरी को यूक्रेन पर रूस के सैन्य हमले ने अमेरिका, यूरोपीय संघ, ब्रिटेन और कई अन्य देशों को रूसी अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों को लक्षित करने वाले कठोर प्रतिबंध लागू करने के लिए प्रेरित किया।
पेसकोव ने कहा, "दुनिया यूरोप और अमेरिका के लिए किसी भी देश को अलग-थलग करने की दृष्टि से बहुत बड़ी है और जैसा कि आप जानते हैं, दुनिया में ऐसे कई और देश हैं, जिनका रवैया बहुत संतुलित है। उनमें अंतर्राष्ट्रीय संबंधों के विकास की गतिशीलता है।"
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के प्रवक्ता ने उम्मीद जताई कि मॉस्को के पश्चिमी सहयोगी अपनी 'अत्यधिक भावनात्मक' स्थिति में बदलाव लाएंगे, रूस 'आर्थिक दस्यु' को 'उचित' जवाब देगा।


