कश्मीर को भारत का आंतरिक मामला मानता है रूस : जयशंकर
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ बातचीत में यह साफ हो गया है कि रूस जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिए जाने को भारत का आंतरिक मामला समझता है

मॉस्को। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ बातचीत में यह साफ हो गया है कि रूस जम्मू-कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा वापस लिये जाने को भारत का आंतरिक मामला समझता है।
श्री जयशंकर ने रूसी विदेश मंत्री के साथ बातचीत के बाद आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, “ मैंने अपनी रूस यात्रा के दौरान श्री लावरोव को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में हुए हालिया विधायी परिवर्तनों से अवगत कराया। मुझे लगता है कि इस मामले में मैंने निश्चित तौर पर देखा कि रूस इस मामले को भारत का आंतरिक मामला मानता है। साथ ही उसका मानना है कि पाकिस्तान के साथ हमारे विवादों काे द्विपक्षीय बातचीत के जरिये सुलझाया जाना चाहिए।”
दाेनों देशों के विदेश मंत्रियाें ने अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे के निर्माण के लिए रूस, ईरान और भारत के प्रयासाें पर चर्चा की।
श्री लावरोव ने कहा, “ हमने अंतरराष्ट्रीय उत्तर-दक्षिण परिवहन गलियारे के निर्माण के लिए रूस, ईरान और भारत के प्रयासाें को बढ़ावा देने की जरूरत समेत कई ठोस मुद्दों पर चर्चा की। संबंधित एजेंसियां इस मुद्दे पर विस्तृत चर्चा जारी रखेंगी।” उन्होंने कहा कि भारत और यूरेशियाई आर्थिक संघ (ईएईयू) मुक्त व्यापार क्षेत्र समझौते पर बातचीत के लिए तैयार है। इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं और सभी जरूरी प्रक्रियाओं को भी पूरा कर लिया गया है।
ईएईयू पांच देशों का अंतरराष्ट्रीय राजनीतिक और आर्थिक संगठन है जो वस्तु, सेवा और लोगों के मुक्त आवागमन के जरिये क्षेत्रीय आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देता है। इसके सदस्य देश आर्मेनिया, बेलारूस, कजाखस्तान और किर्गीजस्तान है।


