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सोनिया को ईडी के समन पर ओडिशा विधानसभा में हंगामा

ओडिशा विधानसभा में गुरुवार को नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन पर हंगामा हुआ

सोनिया को ईडी के समन पर ओडिशा विधानसभा में हंगामा
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भुवनेश्वर। ओडिशा विधानसभा में गुरुवार को नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समन पर हंगामा हुआ। हंगामे के कारण सदन में कई बार स्थगन करना पड़ा। कांग्रेस सदस्य ताराप्रसाद बहिनीपति ने शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाया और आरोप लगाया कि केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार इस मामले में सोनिया गांधी और राहुल गांधी को जानबूझकर परेशान कर रही है।

उन्होंने आगे कहा कि हालांकि गांधी परिवार के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है, लेकिन ईडी ने केंद्र के इशारे पर उन्हें परेशान करने के लिए नोटिस जारी किया।

आज (गुरुवार) को 'काला दिन' करार देते हुए बहिनीपति ने कहा कि केंद्र सरकार अपनी एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है।

कांग्रेस विधायक दल के नेता नरसिंह मिश्रा ने कहा कि ईडी ने सोनिया गांधी को गुरुवार को संसद के सत्र के दौरान भी पेश होने के लिए तलब किया है।

मिश्रा ने कहा, "यह विशेषाधिकार हनन है। प्रत्येक सदस्य को सदन की कार्यवाही में भाग लेने का अधिकार है, लेकिन ईडी ने समन जारी किया।"

उन्होंने कहा, "सोनिया के खिलाफ विपक्ष की आवाज को जानबूझकर दबाने के लिए समन जारी किया गया है, क्योंकि केंद्र देश में विपक्ष नहीं चाहता है।"

मिश्रा ने आगे कहा कि लोकतंत्र में सहिष्णुता जरूरी है, लेकिन भाजपा असहिष्णु हो गई है।

मोदी सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कांग्रेस सदस्य सदन के वेल में आ गए और विधानसभा में हंगामा किया।

कांग्रेस सदस्यों का मुकाबला करने के लिए भाजपा सदस्य भी वेल में पहुंचे और नारेबाजी की।

भाजपा के मुख्य सचेतक मोहन मांझी ने अध्यक्ष से सदन की कार्यवाही संचालित करने का आग्रह करते हुए कहा कि हाल ही में मिश्रा ने यह भी कहा था कि सदन से संबंधित मुद्दों पर यहां चर्चा नहीं की जा सकती है।

सदन के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए, भाजपा के उप नेता विष्णु सेठी ने कहा कि कांग्रेस सदस्यों ने एक ऐसा मुद्दा उठाया है जिस पर लंबी परंपरा के अनुसार सदन में चर्चा नहीं की जानी चाहिए।

सेठी ने कहा, "जब ईडी ने नरेंद्र मोदी को मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान नोटिस जारी किया था, तब भाजपा सदस्यों ने कभी विरोध प्रदर्शन नहीं किया।"

सदन में शोर-शराबा जारी रहने के कारण स्पीकर बिक्रम केशरी अरुख ने पहले दस मिनट के लिए और फिर 15 मिनट के लिए और अंत में शाम चार बजे तक के लिए कार्यवाही स्थगित कर दी।

इस बीच, ओडिशा कांग्रेस नेता और अध्यक्ष शरत पटनायक के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने यहां कांग्रेस भवन से ईडी कार्यालय की ओर एक रैली निकाली। हालांकि पुलिस ने उन्हें बीच में ही रोक दिया।


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