किसानों को मनाने की कोशिश करेगा संघ
2022 में 5 राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं जिसको लेकर बीजेपी और कांग्रेस समेत सभी पार्टियों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं ..और चुनावों में अपना दमखम दिखाने के लिए कमर कस ली है ..लेकिन इसी बीच इन चुनावों को लेकर आरआरएस भी एक्टिव हो गया है ..और चुनावों को लेकर मंथन कर रहा है ..

पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नागपुर में दो दिवसीय समन्वयक बैठक शुरू हो गई है... इस बैठक में आरएसएस से जुड़े 3 दर्जन से अधिक सहयोगी संगठन के साथ ही बीजेपी के पदाधिकारी भी शामिल हो रहे हैं ..बैठक का मुख्य एजेंडा 2022 में होने जा रहे पंजाब , उत्तरप्रदेश , उत्तराखंड , गुजरात , गोवा के विधानसभा चुनाव हैं ...चुनावों के साथ साथ इसमें तीन कृषि कानून , पेगासस ,तालिबान और देश दुनिया के तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी ... और सहयोगी संगठनों के बीच तालमेल बढ़ेगा...साथ ही बीजेपी का साथ देने की अपील करते हुए चुनावी रणनीति भी बनाई जाएगी...,इस बैठक में चर्चा होगी कि किस तरह से सरकार से रूठों को मनाया जाए ..पंजाब में किस तरह से बीजेपी को मजबूत किया जा सकता है ..और लंबे समय से तीन कृषि कानून का विरोध कर रहे किसानों को कैसे मनाया जाए ..क्योंकि बीजेपी जानती है कि बिना किसानों के मुद्दे को हल किए वो पंजाब में चुनाव नहीं जीत सकेगी .बता दें कि ये आरएसएस की कोई पहली बैठक नहीं है इससे पहले भी लखनऊ में संघ जुलाई और अगस्त में प्रांत स्तरीय दो समन्वय बैठक कर चुका है .. वैसे हर साल सितंबर में एक व्यापक बैठक होती है परंतु कोरोना की परिस्थिति में पिछली बार छोटी बैठक हुई थी और इस वर्ष भी छोटी बैठक ही हो पा रही है..नागपुर के आरएसएस विचारक दिलीप देवधर ने कहा है कि ये बैठक आगामी चुनावों के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है ..


