आरएसएस ने लालकिले पर हुई घटना को बताया देश के बलिदानियों का अपमान
दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर मंगलवार को हिंसक प्रदर्शन और लाल किले पर हुए उत्पात की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने निंदा की है

नई दिल्ली। दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर मंगलवार को हिंसक प्रदर्शन और लाल किले पर हुए उत्पात की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने निंदा की है। आरएसएस ने देश की अखंडता की रक्षा के लिए बलिदान देने वालों का अपमान बताते हुए लोगों से शांति बरतने की अपील की है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरकार्यवाह सुरेश भय्याजी जोशी ने मंगलवार को कहा, गणतंत्र दिवस के पवित्र दिन आज दिल्ली में जो हिंसा एवं उपद्रव हुआ वह अत्यंत ही दुखद एवं निंदनीय है। विशेषकर ऐतिहासिक स्थल लालकिले पर हुआ कृत्य देश की स्वाधीनता और अखंडता की रक्षा के लिए बलिदान देने वालों का अपमान है। लोकतंत्र में ऐसी अराजकता के लिए कोई स्थान नहीं है।
भय्याजी जोशी ने कहा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सभी देशवासियों से आह्वान करता है कि राजनैतिक एवं वैचारिक मतभेदों से ऊपर उठ कर प्राथमिकता से शांति के लिए प्रयास करें।
गौरतलब है कि गणतंत्र दिवस पर किसानों का ट्रैक्टर परेड हिंसक प्रदर्शन में तब्दील हो गया। उग्र किसानों और पुलिस के बीच भिड़ंत हुई। लालकिले पर पुलिसवालों पर किसान भारी पड़े और उन्होंने तिरंगे के पास धार्मिक झंडा भी फहरा दिया। किसानों के हिंसक प्रदर्शन के बाद राजधानी की सुरक्षा बढ़ाने का फैसला हुआ है।


