आरपी सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास
लगभग छह वर्षों तक भारतीय क्रिकेट टीम में तेज गेंदबाजी की कमान संभालने वाले रूद्र प्रताप सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है

लखनऊ। लगभग छह वर्षों तक भारतीय क्रिकेट टीम में तेज गेंदबाजी की कमान संभालने वाले रूद्र प्रताप सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है।
32 वर्षीय आरपी ने अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट करियर की शुरूआत चार सितम्बर 2005 को जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में पहला एकदिवसीय मैच खेलकर की थी जबकि उन्होंने भारतीय टीम के सदस्य के तौर पर अपना आखिरी मुकाबला 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में खेला था।
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आरपी ने मंगलवार को भावुक ट्वीट कर संन्यास का एेलान किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, “आज मैं क्रिकेट को अलविदा कहता हूं। मैं मेरे इस सफर को सफल बनाने वाले सभी साथियों को धन्यवाद कहता हूं। यह लिखते हुये मेरे अंदर भावनाओं का ज्वार उठ रहा है। यह कोई मायने नहीं रखता कि कोई इस दिन के लिये कितना तैयार रहता है। क्रिकेट को अलविदा कहना आसान नही है लेकिन अंतरात्मा की आवाज कहती है कि यही सही वक्त है।”
32 वर्षीय तेज गेंदबाज ने 2005 से 2011 के बीच सभी प्रारूपों में कुल 82 मुकाबलों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। इस दरम्यान उन्होंने 58 अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच और 14 टेस्ट मैच खेले। पाकिस्तान के खिलाफ फैसलाबाद में जनवरी 2006 में खेले गये अपने पहले टेस्ट मैच में उन्हें प्लेयर आफ द मैच के खिताब से नवाजा गया था। हार जीत के फैसले के बिना समाप्त हुये इस मैच में उन्होंने पांच विकेट चटकाये थे।
आरपी ने टेस्ट क्रिकेट में 40 विकेट लिए। वहीं 58 वनडे में उन्होंने 69 विकेट लिए। उन्होंने भारत के लिए दस ट्वंटी 20 मैच भी खेले और इसमें उनके नाम कुल 15 विकेट रहे। आईपीएल में उन्होंने डेक्कन चार्जर्स और राइजिंग पुणे सुपरजायंट्स के लिए कुल 82 मैच खेले।


