पहली बार इस्तेमाल होगी गोल-लाइन तकनीक : एएफसी चैम्पियंस
एशिया के शीर्ष फुटबाल टूर्नामेंट एएफसी चैम्पियंस लीग के क्वार्टर फाइनल मैचों में पहली बार गोल-लाइन तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा

कुआला लांपुर। एशिया के शीर्ष फुटबाल टूर्नामेंट एएफसी चैम्पियंस लीग के क्वार्टर फाइनल मैचों में पहली बार गोल-लाइन तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। एशिया फुटबाल परिसंघ (एएफसी) ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
गोल-लाइन तकनीक मूल रूप से एक विजुअल ग्राफिक है, जो इस बात की पुष्टि करती है कि गेंद ने गोलपोस्ट की लाइन को पार किया या नहीं और इससे मैदान पर मौजूज अधिकारियों को टीम की ओर से किए गए गोल की पुष्टि करने में मदद मिलती है।
एएफसी ने कहा कि वह एएफसी कप, एएफसी अंडर-23 चैम्पियनशिप और एएफसी एशियन कप-2019 में भी इसका इस्तेमाल करने पर विचार कर रही है। हालांकि, एएफसी चैम्पियंस लीग में इसके सफल रहने के बाद ही इस तकनीक को इन टूर्नामेंटों में इस्तेमाल किया जाएगा।
एएफसी के अनुसार, गोल-लाइन तकनीक को एएफसी चैम्पियंस लीग के अंतिम आठ दौर के मैचों में इस्तेमाल किया जाएगा। इस तकनीक को इस्तेमाल करने का लक्ष्य मैच अधिकारियों की मदद करना और फैसले लेने की प्रक्रिया को सटीक बनाना होगा, विशेषकर गोल-लाइन और पेनाल्टी वाले क्षेत्र में।
पिछले साल सितंबर में गोल-लाइन तकनीक को एएफसी रेफरी समिति द्वारा हरी झंडी मिली। इसके बाद एएफसी ने पहला तकनीक कोर्स मार्च में आयोजित किया था।


