येदियुरप्पा सरकार के खिलाफ राजद करेगी धरना-प्रदर्शन
बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ( राजद) ने कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के गठन को लोकतंत्र की हत्या और संविधान का उल्लंघन करार देते हुए शुक्रवार को पूरे प्रदेश में धरना

पटना। बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल ( राजद) ने कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार के गठन को लोकतंत्र की हत्या और संविधान का उल्लंघन करार देते हुए शुक्रवार को पूरे प्रदेश में धरना-प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
We would be holding a 1-day dharna tomorrow against the murder of democracy in Karnataka. We also request the Bihar Governor to dissolve the state government & like in Karnataka invite the single largest party, which in #Bihar is the RJD: Tejashwi Yadav, RJD (file pic) pic.twitter.com/FNDg8qe1Nz
— ANI (@ANI) May 17, 2018
राजद के उपाध्यक्ष और पूर्व केन्द्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी कर्नाटक में भाजपा सरकार के गठन के खिलाफ राजधानी के गर्दनीबाग में धरना देगी। उन्होंने कहा कि धरने में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के अलावा पार्टी के सभी प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में महागठबंधन के घटक दलों को भी आमंत्रित किया गया है। इसके अलावे पूरे प्रदेश में धरना और विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया गया है।

सिंह ने कहा कि कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस को जनता दल (सेक्युलर) के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन करना चाहिए था और यदि ऐसा होता तो विधानसभा चुनाव में भाजपा का पूरी तरह सफाया हो जाता। उन्होंने कहा कि कर्नाटक चुनाव में मत प्रतिशत हासिल करने के मामले में कांग्रेस ने भाजपा से दो प्रतिशत अधिक मत हासिल किया लेकिन इसके बावजूद वह भाजपा के मुकाबले कम सीटें जीत सकी। उन्होंने भाजपा विरोधी दलों को कर्नाटक चुनाव परिणाम से सीख लेने की नसीहत दी।
सिंह ने कनार्टक में भाजपा सरकार के गठन में राज्यपाल की भूमिका पर प्रश्नचिह्न खड़ा करते हुए कहा कि पूरे प्रकरण में एस.आर. बोम्मई मामले में सर्वोच्च न्यायालय के दिये निर्णय को भी नजरअंदाज किया गया। उन्होंने कहा कि चुनाव पूर्व गठबंधन नहीं होने के हालत में सबसे बड़े दल को आमंत्रित करने की बजाए चुनाव बाद हुए गठबंधन को तरजीह दी जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने मुख्यमंत्री बी एस येदियुरप्पा को बहुमत साबित करने के लिए पंद्रह दिन का समय देकर विधायकों की खरीद-फरोख्त के दरवाजे खोल दिये हैं।
कर्नाटक में समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के अलग-अलग चुनाव लड़ने को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में श्री सिंह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार को केन्द्र से उखाड़ फेंकने के लिए दोनों को साथ मिलकर प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राष्ट्रीय स्तर पर सभी धर्मनिरपेक्ष दलों और गैर भाजपा दलों का गठबंधन बनाने के पक्ष में है ताकि नरेन्द्र मोदी सरकार के खिलाफ देश की जनता को बेहतर विकल्प दिया जा सके।
सिंह ने कहा कि यदि भाजपा समझती है कि कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए उसे आमंत्रित किया जाना इसलिए गलत नहीं है क्योंकि वह चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है तो इसी तर्ज पर बिहार में भी नीतीश सरकार को बर्खास्त कर राजद को सरकार बनाने के लिए न्योता दिये जाने पर आपत्ति नहीं होनी चाहिए।
राजद उपाध्यक्ष ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाईटेड द्वारा 28 सीटों पर प्रत्याशी उतारने के बावजूद एक भी सीट पर जीत नहीं हासिल करने पर चुटकी लेते हुए कहा कि 28 विधानसभा सीटों पर जदयू महज 41000 वोट ही हासिल कर सकी है जिससे पार्टी के जनाधार पर पता चलता है। उन्होंने कहा कि जदयू की कर्नाटक प्रदेश अध्यक्ष महिमा पटेल भी केवल करीब 3500 मत ही हासिल कर सकीं।


