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राजद अब राजनीति में 'लंपटीकरण' का पर्याय बन गया है: जद (यू)

 जनता दल (यूनाइटेड) ने आज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर राजनीति में 'लंपटीकरण' का 'टैग' हटाने के लिए पार्टी में असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई करने की नसीहत दी है

राजद अब राजनीति में लंपटीकरण का पर्याय बन गया है: जद (यू)
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पटना। जनता दल (यूनाइटेड) ने आज राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर राजनीति में 'लंपटीकरण' का 'टैग' हटाने के लिए पार्टी में असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई करने की नसीहत दी है। जद (यू) प्रवक्ता और विधान पार्षद नीरज कुमार ने कहा कि राजद अब राजनीति में 'लंपटीकरण' का पर्याय बन गया है। राजद पर लगा 'लंपटीकरण' का टैग हटाने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को पार्टी में शामिल असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई करनी चाहिए।

उन्होंने कहा, "वैसे, कहा गया है कि जब घर का प्रमुख ही दागदार हो तो शेष पर कार्रवाई की अपेक्षा कैसे की जा सकती है? राजद के प्रमुख लालू प्रसाद खुद अदालत द्वारा सजायाफ्ता हैं, जिन्हें चुनाव लड़ने पर ही रोक लगा दी गई है, ऐसे में पार्टी में असामाजिक तत्वों पर पार्टी में कोई कैसे उंगली उठा सकता है?"

जद (यू) नेता ने कहा कि राजद के विधायक राजवल्लभ यादव दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद हैं लेकिन इस आरोपी विधायक के मामले की जांच न कर राजद का प्रतिनिधिमंडल गया दुष्कर्म के मामले में जांच करने जाता है।

उन्होंने एक कहावत 'बाढे पूत पिता के धरमे, खेती उपजे अपने करमे' का उदाहरण देते हुए कहा कि लालू प्रसाद के बेटे तेजस्वी यादव दुष्कर्म मामले की जांच के लिए प्रतिनिधिमंडल तो गया भेज देते हैं, परंतु राजद की टीम वहां पीड़िता को ही जलील कर आती है। ऐसे मामलों में भी तेजस्वी ने कोई कार्रवाई नहीं की।

उन्होंने कहा कि शराबबंदी नीति का विरोध करने वाली राजद के प्रदेश महासचिव राजू यादव को पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र में शराब की पार्टी करते पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसके बावजूद भी राजद राजनीतिक 'बेहयाई' के तहत ऐसे लोगों पर कारवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।

पूर्व मंत्री और लालू प्रसाद के बेटे तेजप्रताप यादव के पार्टी में असामाजिक लोगों को पार्टी से निकालने के बयान की चर्चा करते हुए उन्होंने राजद के सर्वेसर्वा तेजस्वी यादव से कहा कि पार्टी के असामाजिक तत्वों के रहने की बात करने वाले तेजप्रताप पर अब तक न पार्टी अनुशासनात्मक कार्रवाई कर सकी है और ना ही असामाजिक लोगों को ही पार्टी से निकाल सकी है।

नीरज ने तेजस्वी को नसीहत देते हुए कहा,"लालू प्रसाद आपके पिता हो सकते हैं परंतु राजनीति में बिहार की जनता उन्हें करीब 15 साल पूर्व नकार चुकी है ऐसे में उनके छांव से बाहर निकलकर स्वच्छ राजनीति कीजिए और ऐसे लोगों को पार्टी से बाहर निकालिए वरना राजद पर लगा 'लंपटीकरण' का टैग नहीं हटेगा।"


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