सत्ता मिलते ही समाज को अगड़े-पिछड़े में बांटने के एजेंडा पर आया राजद : सुशील
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि सत्ता मिलते ही राष्ट्रीय जनता दल (राजद) समाज को अगड़े-पिछड़े में बांटने के श्री लालू प्रसाद यादव के एजेंडे पर काम करने लगा है

पटना। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि सत्ता मिलते ही राष्ट्रीय जनता दल (राजद) समाज को अगड़े-पिछड़े में बांटने के श्री लालू प्रसाद यादव के एजेंडे पर काम करने लगा है।
श्री मोदी ने रविवार को यहां बयान जारी कर कहा कि सत्ता में आते ही राजद "भूरा बाल साफ करो" के लालू-मंत्र पर खुल कर काम करने लगा है। सरकार के एक मंत्री ने रामचरित मानस की निंदा की और दूसरा मंत्री पूरे सवर्ण समाज को अंग्रेजों का दलाल बता कर समाज को अगड़े-पिछड़े में बांटने का एजेंडा चला रहा है । उन्होंने कहा कि राजद कभी "माई" (मुस्लिम-यादव समीकरण) से बाहर आकर "ए-टू-जेड" की पार्टी नहीं बन सकता है।
भाजपा सांसद ने कहा कि स्वाधीनता की लड़ाई में बाबू कुँवर सिंह से लेकर जयप्रकाश नारायण तक सवर्ण समाज की अनेक विभूतियों ने संघर्ष किया, जेल गए और नये भारत के निर्माण में योगदान किया। इसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने जब सवर्ण समाज के गरीब लोगों को 10 फीसद आरक्षण दिया, तब राजद ने इसका भी विरोध किया था।
श्री मोदी ने कहा कि "सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास" लेकर देश की सबसे बड़ी पार्टी भाजपा में आज मंडल और कमंडल पूरी एकजुटता से साथ हैं। हम उन ताकतों से लड़ रहे हैं, जो देश की अखंडता और समाज की एकता पर आघात करते हैं। उन्होंने कहा कि राजद अंग्रेजों की "फूट डालो-राज करो" की कुटिल नीति का गुलाम है। उसकी इस मंशा को भाजपा कभी सफल नहीं होने देगी।
भाजपा सांसद ने कहा कि श्री नीतीश कुमार का जनता दल यूनाइटेड(जदयू) जब श्री लालू प्रसाद यादव के गोड़ (पैर) पर गिर चुका है और उसके विद्वेष फैलाने वाले मंत्रियों के आगे मुख्यमंत्री बेचारे हैं, तब नफरती राजनीति का जवाब सिर्फ भाजपा ही दे सकती है।


