राज्य में नदियों का अस्तित्व संकट में: धर्मपाल सिंह
उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि राज्य में नदियों का अस्तित्व संकट में है,इस लिए प्रत्येक जिले में मनरेगा एवं श्रमदान से एक-एक नदी को पुनर्जीवित किया जाएगा।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि राज्य में नदियों का अस्तित्व संकट में है,इस लिए प्रत्येक जिले में मनरेगा एवं श्रमदान से एक-एक नदी को पुनर्जीवित किया जाएगा।
सिंह ने कल बांदा के कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला योजना समिति की बैठक में कहा कि अविरल नदियां-निर्मल नदियां बनाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है, इसके लिये प्रत्येक जिले में मनरेगा तथा श्रमदान से एक-एक नदी को पुनर्जीवित किया जायेगा।
नदियों को संरक्षित रखने के लिये सभी की सहभागिता आवश्यक है। नदियों के जीर्णोद्धार के लिये जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों व जनसामान्य द्वारा श्रमदान किया जाए।
बैठक में बांदा जिले के सर्वांगीण विकास के लिये वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए तीन अरब 67 करोड़ 41 लाख का परिव्यय स्वीकृत किया गया जो गत वर्ष की परिव्यय की तुलना में 19 करोड़ 26 लाख अधिक है। इसके तहत प्रमुख क्षेत्रों, कृषि विकास मेें 15 करोड़ 22 लाख, सम्पर्क मार्ग के निर्माण में 50 करोड़ 54 लाख, रोजगार के लिये 95 करोड़ 47 लाख, आवास निर्माण के लिये 88 करोड़ 84 लाख, पेयजल के लिये 24 करोड़ 03 लाख, समाज कल्याण के क्षेत्र में 30 करोड़ 27 लाख, चिकित्सा में 12 करोड़ 52 लाख का परिव्यय स्वीकृत किया गया है।
उन्होंने कहा कि कृषि भारत की अर्थव्यवस्था का आधार है, इसलिए कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन में शिथिलता न बरती जाए। उन्होंने कहा कि कृषि व उद्यान विभाग द्वारा संयुक्त रुप से कृषकों के उन्नयन के लिये कार्य किया जाए।


