आरआईटी के यमन बघेल ने किया मोबाइल वाटर प्यूरीफायर विकसित
रायपुर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के आठवें सेमेस्टर के विद्यार्थी यमन बघेल ने चलित वाटर फिलटर (मोबाइल वाटर प्यूरीफायर) रॉय-17 विकसित किया जो बहुत ही उपयोगी है....

रायपुर। रायपुर इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के आठवें सेमेस्टर के विद्यार्थी यमन बघेल ने चलित वाटर फिलटर (मोबाइल वाटर प्यूरीफायर) रॉय-17 विकसित किया जो बहुत ही उपयोगी है। यह दुनिया का पहला ह्यूमनॉइड वाटर फिलटर है जिसे आरआईटी के इंजीनियरिंग के विद्यार्थी यमन बघेल ने विकसित किया है। इस फिलटर का उपयोग व्यक्ति कहीं पर भी कर सकता है और यह फिलटर इंडियन आर्मी , ट्रैकिंग करने वाले , जंगल इत्यादि जगहों में किया जा सकता है जहाँ शुद्ध पानी नहीं मिलती है।
इसे विकसित करने में आरआईटी के सिविल इंजीनियरिंग विभाग के विभाग प्रमुख प्रोफेसर बद्रीनारायण रथ तथा प्रोफेसर मुकेश थिटे ने यमन बघेल को गाइड किया और रॉय-17 विकसित करने में सफलता पाई। यमन बघेल ने बताया की इस तरह का ह्यूमनॉइड वाटर फिलटर विकसित करने की प्रेरणा उनके पिता से मिली जो एक किसान हैं। उनके पिता कीटनाशक छिड़कने के लिए अपने पीठ पर कीटनाशक का डिब्बा टांगकर स्प्रे करते है जिसे स्प्रेइंग बैग कहते हैं।


