धरना, हंगामा, नारेबाजी, 50 गिरफ्तार
अनुसूचित जाति वर्ग के छात्र-छात्राओं को दो साल से छात्रवृत्ति नहीं मिलने पर रैली निकालकर कलेक्टे्रट के सामने प्रदर्शन कर धरना दिया

बिलासपुर। अनुसूचित जाति वर्ग के छात्र-छात्राओं को दो साल से छात्रवृत्ति नहीं मिलने पर रैली निकालकर कलेक्टे्रट के सामने प्रदर्शन कर धरना दिया। पुलिस व आंदोलनकारी छात्रों के बीच बहस हुई। तनाव व नारेबाजी को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने समझाईश दी, लेकिन छात्र नहीं माने। छात्रों का कहना था कि हमें आज ही छात्रवृत्ति मिलना चाहिए। अपने जिद पर अड़े छात्रों ने नारेबाजी की जिससे जाम लग गया। पुलिस ने धरने पर बैठे छात्रों को गिरफ्तार कर लिया। ५० से अधिक छात्र-छात्राओं को पुलिस ने हिरासत में लेकर कोनी थाना भेज दिया। हालांकि आंदोलनकारियों को कुछ देर में छोड़ने की बात पुलिस अफसरों ने कही।
आंदोलनकारियों के खिलाफ सिविल लाईन पुलिस ने अपराध पंजीबद्ध नहीं किया है। आज जिले के अनुसूचित जाति वर्ग के स्कूल व कालेज के छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति की मांग को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। छात्राओं का कहना है कि दो साल से छात्रवृत्ति नहीं मिली है। अफसर भी ध्यान नहीं दे रहे। आज अंडेडकर चौक से बाबा साहेब की प्रतिमा के सामने नारेबाजी करते हुए अनुसूचित जाति वर्ग के सैकड़ों छात्रों ने रैली निकाली तथा नारेबाजी करते हुए कलेक्टे्रट पहुंचे। छात्रवृत्ति की मांग को लेकर आंदोलनकारी छात्र-छात्राएं हंगामा करते हुए कलेक्टे्रट में मुख्य द्वार के सामने धरना दे दिया। पुलिस व जिला प्रशासन के अफसरों ने समझाने का प्रयास किया लेकन आंदोलनकारी नहीं माने। छात्र-छात्राओं का कहना था कि उन्हें आज ही छात्रवृत्ति प्रदान की जाए और यहां से छात्रवृत्ति लिए बगैर नहीं जाएंगे। पुििलस व आंदोलनकारियों से बहस भी हुई। इसी बीच सीएसपी सलभ सिन्हा सिविल लाईन थाना प्रभारी नसर सिद्दीकी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और आंदोलनकारी छात्र-छात्राओं को गिरफ्तार कर पुलिस बस में बिठाया तथा कोनी थाना भेज दिया यहां आधे घंटे तक तनाव की स्थिति थी। सड़क पर धरने पर बैठे आंदोलनकारियों की वजह से यहां जाम की स्थिति बन गई।
दोनों ओर वाहनों की कतार लग गई। आज सुबह से ही पुलिस बल यहां तैनात किया गया था। ओखर गांव के किसान भी कलेक्ट्रेट पहुंचे थे। तनाव को देखते हुए गांव के लोग किनारे हो गए तथा एक घंटे बाद पुलिस की मौजूदगी में गांव वालों ने प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। ओखर गांव के लोगों का कहना है कि पूरी फसल चौपट हो गई है। अभी तक जिला प्रशासन की ओर से मुआवजा राशि नहीं मिली है और तो और मस्तूरी क्षेत्र के अनेक गांव में फसल चौपट होने से पलायन की स्थिति बन गई है। नहर का पानी भी किसानों को नहीं मिला, किसान चिंतित हैं।
गुरूजी नहीं, बच्चे पहुंचे कलेक्टर के पास
कोटा क्षेत्र के मझगांव गांव में पिछले साल से शिक्षा की कमी है। प्रायमरी व मीडिल स्कूल में शिक्षक नहीं होने से पालकों में काफी नाराजगी है। आज मझगंवा स्कूल के छात्र-छात्राएं पालकों के साथ कलेक्टर के पास पहुंचे और नियमित शिक्षक की मांग की। छात्रों का कहना है कि एक गुरूजी के भरोसे स्कूल चल रहा है। पालकों ने कहा कि शिक्षक नहीं होने से गांव में शिक्षा गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है। कलेक्टर नहीं मिले तो बच्चे डीईओ कार्यालय पहुंच गए और वहां मौजूद अफसरों को अपनी समस्या गिनाई। मझगंवा स्कूल में १४८ छात्र-छात्राएं अध्ययनरत है लेकिन यहां शिक्षक नहीं है।


