महाराष्ट्र में भाजपा गठबंधन की वापसी, हरियाणा में बहुमत से पीछे
लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार जनादेश के लिए चुनाव में उतरी भारतीय जनता पार्टी ने अपने गठबंधन सहयोगी के साथ महाराष्ट्र में सत्ता हासिल कर ली है

नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव के बाद पहली बार जनादेश के लिए चुनाव में उतरी भारतीय जनता पार्टी ने अपने गठबंधन सहयोगी के साथ महाराष्ट्र में सत्ता हासिल कर ली है लेकिन हरियाणा में वह सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद बहुमत से पीछे रह गयी है।
चुनाव आयोग से शाम छह बजे तक मिली जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र विधानसभा की 288 सीटों में से अब तक 160 सीटों के नतीजे आ गये हैं जिनमें से भाजपा गठबंधन 92 सीटें जीत चुका है और 67 सीटों पर उसके उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। भाजपा ने 53 और शिव सेना ने 39 सीटें जीती हैं और इस तरह नतीजों और रूझानों को मिलाकर गठबंधन 159 सीटों के साथ स्पष्ट बहुमत के आंकडे को पार कर गया है।
विपक्षी कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी गठबंधन को अब तक 53 सीटें मिली हैं और 47 सीटों पर उसके उम्मीदवार आगे हैं। कांग्रेस को 24 सीटे मिली हैं और उसके उम्मीदवार 22 सीटों पर आगे हैं। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को 29 सीट मिली हैं और उसके उम्मीवार 25 सीटों पर बढत बनाये हुए हैं। इस तरह नतीजों और रूझानों में गठबंधन को 96 सीटें मिलती नजर आ रही हैं। निर्दलीय उम्मीदवार को 8 तथा समाजवादी पार्टी को दो सीटें मिली हैं।
हरियाणा में 90 सीटों में 73 के परिणाम आ गये हैं जिनमें से भाजपा को 31 सीटें मिली हैं और 9 पर उसके उम्मीदवार आगे चल रहे हैं। इस तरह वह अभी तक सबसे बड़े दल के रूप में उभरी है लेकिन बहुमत के आंकडे से 6 अंक दूर है। कांग्रेस ने 24 सीट जीती हैं और उसके उम्मीदवार 7 सीटों पर बढत बनाये हुए हैं। जननायक जनता पार्टी को 10 सीटें मिली हैं। विधानसभा में किसी भी दल को स्पष्ट बहुमत मिलने की उम्मीद धूमिल होने के साथ ही राजनीतक सरगर्मी बढ गयी हैं। निर्दलीय उम्मीदवारों ने 6 सीट जीती हैं और एक पर बढत बनाये हुए है। हरियाणा लोकहित पार्टी और इनेलो को एक - एक सीट मिली है।
सत्रह राज्यों की 51 विधानसभा सीटों के उप चुनाव में अब तक 44 के परिणाम आये हैं। इनमें से भाजपा को 12 , कांग्रेस को नौ, राजद, सपा , अन्नाद्रमुक और माकपा को दो- दो, जद यू ,टीआरएस, बीजद और शिरोमणी अकाली दल को एक-एक सीट मिली है।


