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सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति शिवराजन ने सौर घोटाले की रपट मुख्यमंत्री को सौंपी

केरल की ओमन चांडी सरकार को 2013 में हिला देने वाली करोड़ों रुपये की सौर ऊर्जा निवेश धोखाधड़ी पर एक रपट मुख्यमंत्री पिनरई विजयन को मंगलवार को सौंपी गई

सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति शिवराजन ने सौर घोटाले की रपट मुख्यमंत्री को सौंपी
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तिरुवनंतपुरम। केरल की ओमन चांडी सरकार को 2013 में हिला देने वाली करोड़ों रुपये की सौर ऊर्जा निवेश धोखाधड़ी पर एक रपट मुख्यमंत्री पिनरई विजयन को मंगलवार को सौंपी गई।

सौर न्यायिक आयोग की रपट को न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) जी. शिवराजन ने मुख्यमंत्री विजयन को उनके कार्यालय में सौंपी।

शिवराजन जैसे ही बाहर आए, उन्हें मीडिया ने घेर लिया। लेकिन उन्होंने रपट के बारे में किसी तरह का खुलासा करने से इनकार कर दिया। यह रपट चार खंडों में है। शिवराजन ने जाने से पहले कहा, "विजयन ने मुझसे कहा है कि वह मीडिया को रपट के बारे में जानकारी देंगे।"

मुख्यमंत्री कार्यालय के तीन कर्मचारियों द्वारा एक दंपति से संपर्क करने पर दंपति द्वारा कई निवेशकों से सौर पैनल की आपूर्ति करने के नाम पर पैसा लेकर निवेशकों से धोखाधड़ी करने की खबर जून 2013 में चांडी सरकार (2011-16) के दौरान सामने आई थी।

वाम मोर्चा की अगुवाई वाले विपक्ष के दवाब पर ओमन चांडी को न्यायिक जांच की घोषणा करनी पड़ी थी।

दंपति -सरिता नायर व उसका लिव इन पार्टनर बीजू राधाकृष्णन- को इसके बाद गिरफ्तार कर लिया गया था। यह पता चलने के बाद कि राधाकृष्णन ने अपनी पहली पत्नी की हत्या की है, राधाकृष्णन अभी भी हिरासत में है और नायर जमानत पर बाहर है।


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