अनंत कुमार हेगडे़ मंत्री पद से इस्तीफा दें: आजाद
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने आज कहा कि केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री अनंत कुमार हेगडे़ के संविधान बदलने सम्बन्धी बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि उनका संविधान में कोई

नयी दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने आज कहा कि केंद्रीय कौशल विकास एवं उद्यमिता राज्य मंत्री अनंत कुमार हेगडे़ के संविधान बदलने सम्बन्धी बयान से यह स्पष्ट हो गया है कि उनका संविधान में कोई विश्वास नहीं है इसलिए उन्हें मंत्रिपरिषद में बने रहने का कोई अधिकार नहीं है ।
आजाद ने यहां संसद भवन परिसर में संवाददाताओं से कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अब इस बात का फैसला लेना है कि एेसे व्यक्ति को मंत्री बने रहना चाहिए या नहीं। कांग्रेस नेता ने कहा कि हेगड़े पहले भी सांसद के रूप में इसतरह के बयान देते रहे हैं जिसके कारण मोदी सरकार ने उन्हें पुरस्कार स्वरूप मंत्री बनाया है ।
A Minister who doesn't believe in the constitution, should he be in the cabinet? It is the basic question. The Minister must come to the house & tender an apology to the house & the nation, if he doesn't he should be suspended from the cabinet: GN Azad, Cong on #AnanthKumarHegde pic.twitter.com/dsPgZ0JF8Y
— ANI (@ANI) December 27, 2017
राज्यसभा में विपक्ष के नेता आजाद ने यह भी कहा कि हेगड़े को अपने इस बयान के लिए पहले तो माफी मांगनी चाहिए क्योंकि यह मामला सिर्फ विपक्ष ही नहीं बल्कि पूरे देश की चिंता का विषय है कि एक मंत्री संविधान मे विश्वास नहीं रखता है जबकि वह खुद संविधान की शपथ लेकर मंत्री बनता है । आजाद ने हेगड़े के बयान को आपत्तिजनक एवं निंदनीय करार देते हुए कहा कि उनका संविधान और उसकी प्रस्तावना पर विश्वास नहीं है । कांग्रेस नेता ने कहा कि धर्म निरपेक्षता संविधान का आधार स्तंभ है और सबको इसका सम्मान करना चाहिए ।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस समेत विपक्ष ने सदन में यह मामला उठाया है और इस मामले को लेकर राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू से भी मुलाकात की है । उन्होंने बताया कि सरकार ने इस पर कल तक का समय मांगा है । उल्लेखनीय है कि हेगड़े के इस्तीफे की मांग को लेकर आज लोकसभा और राज्यसभा में हंगामे के कारण दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित हुई1


